द पब्लिकेट, इंदौर। विज्ञापन लगाने के लिए यूनिपोल और होडिंग का टेंडर लेकर निगम से लाखों की धोखाधड़ी करने वाले दीपक एडवरटाइजिंग (पीआरजे आउटडोर मीडिया) का एक फर्जीवाड़ा ग्वालियर की सुर्खियों में बना हुआ है। मालिक दीपक जेठवानी ने मध्य प्रदेश के अलग-अलग शहरों में आउटडोर एडवरटाइजिंग का टेंडर ले रखा है और इसकी आड़ में वह निगम के ही अधिकारियों के साथ सांठ-गांठ कर निगम से लाखों रुपयों की टैक्स चोरी कर रहा है। ग्वालियर में हुई टैक्स चोरी के मामले में अभी तक दीपक जेठवानी पर कार्रवाई नहीं हुई है।
दरअसल, ग्वालियर नगर निगम में 2023 के समय दीपक जेठवानी ने यूनिपोल और होडिंग के लिए टेंडर डाला था। जिसमें कंपनी को ग्वालियर निगम को 15 लाख का एफडीआर ( फिक्स्ड डिपोजिट रिसिप्ट) देना था, लेकिन कंपनी ने निगम में फर्जी एफडीआर लगा दिया। यह बात जब सामने आई तो शिकायत हुई और बैंक को एक लैटर जारी कर जानकारी मांगी। जिसपर बैंक ने खुलासा किया की जिस नंबर का एफडीआर लगा है उसका रिकॉर्ड ही नहीं है। इससे पहले भी कंपनी में पांच लाख रुपए की एफडीआर अपने अकाउंट में कैश के माध्यम से ले ली थी। नगर निगम के पूर्व आयुक्त हर्ष सिंह ने दीपक एडवरटाइजिंग के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन सांठ-गांठ आईआर चलते कार्रवाई नहीं हुई। इंदौर में करोड़ों का फर्जीवाड़ा दीपक जेठवानी के कर रखा है। अगर इसकी जांच की जाए तो बड़ी टैक्स चोरी पकड़ी जा सकती है।

निगम की मिलीभगत से टैक्स चोरी
सूत्रों ने बताया की दीपक का जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर सहित अन्य शहरों में भी एडवरटाइजिंग का काम काज है। दस सालों के लिए दीपक ने निगम से टेंडर ले रखा है। जिसमें दीपक निगम को देने वाली टेंडर की राशि न देने के लिए निगम के अधिकारियों के साथ तालमेल बिठा लेता है जिसके कारण वह खुलेआम टैक्स चोरी करता है। मतलब निगम के सामने निगम से टैक्स चोरी हो रही है। अधिकारियों को रुपयों का लालच देकर कागजों में भी आसानी से हेर-फेर करवा लेता है । शिकायतें बहुत हुई है लेकिन मामला ठंडे बस्ते में है। वहीं, दीपक जेठवानी सट्टे से बड़े कारोबारियों को भी कैश उपलब्ध करवाता है।
