द पब्लिकेट, इंदौर। शहर ने 31 मई 2025 को इतिहास रच दिया। देश के सबसे स्वच्छ शहर ने अब “स्मार्ट ट्रांसपोर्ट” की ओर भी कदम बढ़ा दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल से वर्चुअल रूप से इंदौर मेट्रो के पहले चरण का शुभारंभ किया। यह दिन और भी खास बना क्योंकि यह महान लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती थी – और इसी अवसर पर मेट्रो सेवा को महिलाओं को समर्पित किया गया।
इंदौर मेट्रो सेवा के उद्घाटन समारोह ने शहर को एक उत्सव में बदल दिया। इस ऐतिहासिक मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और कई अन्य जनप्रतिनिधियों एवं विशिष्ट नागरिकों की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को और बढ़ा दिया।
कार्यक्रम स्थल पर सांस्कृतिक गौरव का वातावरण व्याप्त था। पारंपरिक परिधानों में सजी महिलाओं ने हाथों में तिरंगा थामकर “भारत माता की जय” के नारों से वातावरण को गूंजायमान किया।

🚇 6 किमी की रफ्तार से शुरू हुई नई यात्रा
इंदौर मेट्रो के टर्मिनल का नाम देवी अहिल्या बाई होल्कर के नाम पर रखा गया है। इसके अलावा सभी स्टेशनों के नाम भी वीरांगनाओं के नाम पर रखे गए हैं, जिनमें – मेट्रो महारानी लक्ष्मीबाई स्टेशन, रानी अवंती बाई लोधी स्टेशन, रानी दुर्गावती स्टेशन और वीरांगना झलकारी बाई स्टेशन शामिल हैं।
- गांधी नगर
- सुपर कॉरिडोर-6
- सुपर कॉरिडोर-5
- सुपर कॉरिडोर-4
- सुपर कॉरिडोर-3


🏗️ इतिहास और निर्माण यात्रा
- 2019: पूर्व सीएम कमलनाथ ने रखी थी नींव
- 2021: शिवराज सिंह चौहान ने दिए निर्माण को पंख
- 2023: मोहन यादव के कार्यकाल में हुआ ट्रायल
- 2025: 31 मई को हुआ उद्घाटन
💰 परियोजना की लागत और विस्तार योजना
- फेज-1 की लागत: ₹1,520 करोड़
- पूरी येलो लाइन: 31.32 किमी (22.62 किमी एलीवेटेड, 8.7 किमी भूमिगत)
- कुल अनुमानित लागत: ₹7,500 करोड़
- अगला चरण: सुपर कॉरिडोर-2 से रेडिसन स्क्वायर (जनवरी 2026 तक लक्ष्य)

🎫 किराया और सेवा समय
- पहला सप्ताह: पूरी तरह मुफ्त
- दूसरा सप्ताह: 75% छूट
- तीसरा सप्ताह: 50% छूट
- तीसरे महीने तक: 25% छूट
- सामान्य किराया: ₹20 से ₹80
- सेवा समय: सुबह 8 से शाम 8 बजे तक, हर 30 मिनट में एक ट्रेन
👩💼 महिलाओं को समर्पित रहा पहला दिन
देवी अहिल्याबाई की जयंती पर, मेट्रो संचालन की पूरी कमान महिलाओं के हाथ में रही। महिला स्टाफ और लेडी गार्ड्स की तैनाती की गई। महिलाओं ने निःशुल्क यात्रा कर इस ऐतिहासिक क्षण को आत्मसात किया और इसे “नारी शक्ति” का उत्सव बताया।
🏛️ मुख्यमंत्री मोहन यादव का संदेश
“इंदौर मेट्रो न केवल शहर के आवागमन को आसान बनाएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, समावेशी विकास और टेक्नोलॉजी के समन्वय के साथ इंदौर को भविष्य के स्मार्ट शहर की ओर ले जाएगी,” – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
🌟 इंदौर मेट्रो: क्यों है खास?
- अत्याधुनिक तकनीक और सुरक्षा व्यवस्था
- पर्यावरण-अनुकूल सार्वजनिक परिवहन
- महिला-सशक्तिकरण की नई मिसाल
- भविष्य की स्मार्ट सिटी की ठोस नींव
