द पब्लिकेट, इंदौर। शिलांग में पति राजा रघुवंशी की बॉडी 11 दिन बाद गहरी खाई में मिली थी। मंगलवार को शिलांग पुलिस ने खुलासा किया कि राजा की चाकू मारकर हत्या हुई है। जिस खाई से राजा का शव बरामद हुआ उसके करीब 10 फीट की दूरी पर चाकू (डव) मिला है। राजा की सोने की चैन, ब्रेसलेट और अंगूठी भी नहीं मिली है। वहीं, पत्नी सोनम अभी तक लापता है। राजा के परिजनों का आरोप है कि पुलिस स्थानीय लोगों से सख्ती ने पूछताछ नहीं कर रही।
सोमवार को राजा रघुवंशी का शव नोंग्रियाट इलाके से करीब 20 किलोमीटर दूर वेइसा डोंग इलाके की खाई से बरामद हुआ। हालांकि सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। जांच के दौरान पुलिस को मावक्मा गांव में दंपती की स्कूटी के कुछ देर के लिए रुकने के सबूत मिले हैं। जीपीएस ट्रैकर के अनुसार यह एक्टिवा 23 मई को थोड़ी देर वहां रुकी थी, जबकि यह स्थान शव मिलने वाली जगह से 20–25 किलोमीटर दूर है। राजा की सोने की चैन, ब्रेसलेट और अंगूठी भी बॉडी में नहीं दिखी, इस्सर लगता है की उसे चाकू मारने से पहले सोने के आभूषण उतरवा लिए थे। इसके बाद चाकू मारकर गहरी फेंक में फेंक दिया था।

इस मामले को लेकर राजा के परिजन भी कई सवाल उठा रहे हैं। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने आरोप लगाया कि,”राजा और सोनम इंदौर से आए थे, उनका यहां किसी से कोई विवाद नहीं था। अगर कुछ गलत हुआ है, तो उसमें स्थानीय लोगों की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। उनकी शादी पूरी तरह आपसी सहमति से हुई थी, पारिवारिक तनाव जैसी कोई बात नहीं थी।” विपिन ने मेघालय सरकार पर तथ्यों को दबाने का भी आरोप लगाया है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

आपको बता दें, ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी और पत्नी सोनम की 11 मई को शादी हुई थी। 20 मई को दोनों बेंगलूरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे, जहां कामाख्या देवी के दर्शन कर 23 मई शिलांग पहुंचे थे। दंपति ने चढ़ाई के दौरान करीब 1:45 बजे परिजनों से बात की थी। इसके बाद उसका संपर्क टूट गया। 24 घंटे बाद भी संपर्क नहीं बना तो परिजनों को शंका हुई। वह शिलांग पहुंचे तो पता चला कि पति राजा और पत्नी सोनम लापता है। शिलांग पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसपर परिजनों ने और इंदौर के नेताओं ने भी शिलांग पुलिस से सख्त कदम उठाने की मांग की। जिसपर एनडीआरएफ ने सर्चिंग शुरू की थी।
