द पब्लिकेट, इंदौर। प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी में सैकड़ों छात्रों के साथ प्लेसमेंट और इंटर्नशिप के नाम पर धोखाधड़ी कर दी। छात्रों से लाखों की फीस लेकर नौकरी के नाम पर चुना लगाने वाली प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी छात्र संगठन के विरोध के बाद झुक गई। डर के मारे यूनिवर्सिटी ने छात्रों से विनती कर 15 दिन का समय मांगा है। इसमें उनको उन सभी छात्रों की प्लेसमेंट लगवाना है जिनको उन्होंने झूठे वादे किए थे।

एबीवीपी के छात्र नेता प्रतीक ने बताया प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी ने सैकड़ों छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर दिया। प्लेसमेंट और इंटर्नशिप के नाम पर एडमिशन के समय 8-11 लाख तक की फीस वसूली और बाद में छात्रों को टरका दिया था। छात्र पिछले दो हफ्तों से यूनिवर्सिटी के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। प्रदर्शन होता देख डायरेक्टर केतन जैन, प्रेस्टीज एडमिशन हेड राजीव रघुवंशी भाग निकले। दो दिन पहले हुए एबीवीपी के प्रदर्शन के बाद यूनिवर्सिटी को छात्रों ने एक लैटर दिया जिसमें 15 दिन के अंदर सभी छात्रों प्लेसमेंट लगवाने का वादा प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी ने दिया है। अगर इसके बाद भी छात्रों के साथ इंसाफ नहीं हुआ तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।

छात्रों से दबे यूनिवर्सिटी प्रबंधक
बताया जा रहा है छात्रों ने पिछले दो हफ्तों में दो बार प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी जाकर प्रदर्शन किया, लेकिन वहां से सिर्फ समय मांगा जा रहा था। दो बार हुए विरोध के बाद एक फैकल्टी ने तो छात्र को खुद से ही प्लेसमेंट का फर्जी लैटर बनाकर भेज दिया था। उसमें भी न तो कहे अनुसार सैलरी का क्राइटेरिया था और न ही कोई कंपनी के बांड का उल्लेख था। छात्र ने जब इसका विरोध किया तो फैकल्टी की बोलती बंद हो गई। द पब्लिकेट के पास ऑडियो रिकॉर्डिंग सुरक्षित है।
