द पब्लिकेट, भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस भर्ती प्रक्रिया में अब एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव किया गया है। प्रदेश में पहली बार ट्रांसजेंडर (किन्नर) उम्मीदवारों को भी आरक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका मिलेगा। यानी अब किन्नर समुदाय के लोग भी वर्दी पहनकर प्रदेश की सुरक्षा संभाल सकेंगे।
कर्मचारी चयन मंडल (MPESB) ने आरक्षक संवर्ग की सीधी भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 22 अक्टूबर 2025 कर दी थी।
कलेक्टर से लेना होगा जेंडर प्रमाणपत्र
इस भर्ती में शामिल होने के लिए ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों को अपने जिले के कलेक्टर से जेंडर प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। आवेदन पोर्टल पर अब ट्रांसजेंडर के लिए अलग विकल्प जोड़ा गया है, ताकि आवेदन प्रक्रिया पारदर्शी और समावेशी हो सके।
कोर्ट केस वाले भी दे सकेंगे आवेदन
मंडल ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन उम्मीदवारों से संबंधित मामले अदालत में लंबित हैं, वे भी आवेदन कर सकते हैं। उनका परिणाम न्यायालय के अंतिम आदेश के बाद घोषित किया जाएगा।
प्रशिक्षण नियमों में संशोधन
भर्ती परीक्षा में सफल होने वाले ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों के लिए प्रशिक्षण नियमों में भी संशोधन किया गया है। उम्मीदवारों को उनके पंजीकृत लिंग के अनुसार प्रशिक्षण नियमों का पालन करना होगा —
- महिला अभ्यर्थी को महिला आरक्षकों के नियमों का पालन करना होगा।
- पुरुष अभ्यर्थी पर पुरुष आरक्षकों के नियम लागू होंगे।
यह संशोधित व्यवस्था पुलिस प्रशिक्षण के दौरान लागू की जाएगी।
संशोधित तिथियाँ
- ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ: 16 अक्टूबर 2025
- अंतिम तिथि: 22 अक्टूबर 2025
- आवेदन संशोधन की अंतिम तिथि: 23 अक्टूबर 2025
- ट्रांसजेंडर प्रमाणपत्र अपलोड करने की अंतिम तिथि: 29 अक्टूबर 2025
मध्यप्रदेश सरकार का यह कदम न केवल समान अवसर की दिशा में बड़ा प्रयास है, बल्कि यह समाज में ट्रांसजेंडर समुदाय की भागीदारी और सम्मान को नई पहचान भी देगा।
आपको बता दें, भारत की पहली ट्रांसजेंडर महिला पुलिस अधिकारी के. पृथिका यशिनी है। वह भारत के तमिलनाडु राज्य की पहली ट्रांस महिला सब-इंस्पेक्टर बनीं।

