द पब्लिकेट, इंदौर। चार साल पहले फेसबुक के माध्यम से दोस्ती कर युवक ने युवती से दोस्ती की जिसके करीब ढाई साल बाद उससे शादी रचाई। शादी के बाद दोनों के बीच अनबन होती रही तो पत्नी वापस दिल्ली लौट गई और उसने पति सहित ससुराल वालों के खिलाफ दिल्ली में दहेज प्रताड़ना की शिकायत दर्ज करवा दी। इससे परेशान पति ने पत्नी को माता पिता का नाम शिकायत से हटाने का कहा लेकिन पत्नी नहीं मानी। दोनों में अनबन होती रही इसी बीच पति ने पत्नी को कॉल के माध्यम से सल्फास की गोली खाना बता कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के बाद मृतक केशव पडियाल के परिजनों ने भागीरथपुरा पुल पर शव रखकर चक्काजाम किया और पत्नी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। 

बाणगंगा थाना एसआई कमल किशोर ने बताया केशव पडियाल (26) निवासी भागीरथपुरा की मौत के बाद परिजनों ने उसकी पत्नी पर आरोप लगाए है। हमनें उसका मोबाइल जप्त कर जांच में लिया है। जांच के बाद कार्रवाई करेंगे। 

मृतक केशव के दोस्तों ने बताया गुरुवार रात करीब आठ बजे केशव भागीरथपुरा मंडी स्थित बाबू मार्केट पर बेसुध हालत में आया था। वह अपनी गाड़ी से उतरकर लेट गया। दोस्त अमन ने उसे बेसुध हालत में देखा तो उसमें उसे छोटा भाई को कॉल कर बुलाया। इसी बीच केशव के फोन पर उसकी पत्नी खुशी के 16 मिस्ड कॉल्स थे। केशव को चैटिंग में उसने पत्नी से सल्फास की गोली खाने की भी बात कही थी। घटना के बाद उसके दोस्तों ने पत्नी खुशी को केशव की आत्महत्या की भी बात कही थी लेकिन वह नहीं मानी। केशव के दोस्त जब उसे अस्पताल ले जा रहे थे तब वह बेसुध हालत में था, लेकिन करीब एक घंटे बाद उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। 

माता-पिता का नाम हटाने की बात पर हो रहा था दोनों में विवाद 

मृतक केशव और खुशी के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद खुशी दिल्ली लौट गई थी। वही से खुशी और उसकी मां केशव पर दहेज प्रताड़ना का केस लगाने का दबाव बना रहे थे। खुशी ने हफ्तेभर पहले दिल्ली के एक थाने में दहेज प्रताड़ना का लिखित आवेदन दिया था, जिसमें केशव के अलावा उसके माता-पिता का भी नाम था। केशव को दिल्ली के थाने का एक एसआई परेशान कर रहा था, इसके कारण वह परेशान रहता था। आत्महत्या वाले दिन भी अपनी पत्नी खुशी को बोल रहा था कि मेरे नाम की शिकायत कर दे लेकिन माता-पिता का नाम मत लिखना। दोनों के बीच बातचित के दौरान विवाद हुआ और घटना हो गई।

आत्महत्या के बाद किया शव रखकर चक्काजाम 

मृतक केशव के दोस्तों ने उसकी आत्महत्या के बाद अस्पताल से शव लिया और भागीरथपुरा पुल पर शव रखकर चक्काजाम कर न्याय की मांग की। इस दौरान उन्होंने बैनरों पर केशव की पत्नी खुशी का फोटो लगाकर उसका विरोध किया। वहीं चक्काजाम के दौरान उन्होंने खुशी का पुतला भी जलाया। मौके पर बाणगंगा थाना प्रभारी सियाराम सिंह सहित उनकी टीम पहुंची जिन्होंने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद सभी शब लेकर अंतिम संस्कार करने पहुंचे। 

फेसबुक से हुई थी दोस्ती 

दोस्तों ने बताया मृतक केशव की खुशी से चार साल पहले फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी। दोनों के दोस्ती प्यार में बदल गई। करीब ढाई साल पहले दोनों ने दिल्ली में एक समारोह में शादी कर ली। दोनों एक ही जाति के थे इसलिए उनके माता-पिता भी मान गए। शादी के बाद दोनों इंदौर आकर केशव के घर में साथ रहने लगे, लेकिन कुछ समय से दोनों के बीच अनबन चल रही थी। इसलिए एक हफ्ते पहले ही पत्नी खुशी घर छोड़कर वापस दिल्ली लौट गई थी। वहीं, खुशी में दिल्ली के थाने में जो आवेदन दिया है उसमें उसका नाम हेमा लिखा है। 

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