ABVP इंदौर महानगर अध्यक्ष कृष्णकांत धाकड़ ने किया पौधारोपण और अनुशासन का महत्व बताया
द पब्लिकेट से मनस्वी राठौर, इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का 76वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर ABVP इंदौर महानगर अध्यक्ष कृष्णकांत धाकड़ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण किया और इसके महत्व पर प्रकाश डाला। धाकड़ ने कहा कि वृक्षारोपण के बाद हमें कम से कम एक या दो साल तक पौधों की देखभाल करनी चाहिए।
कृष्णकांत धाकड़ ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इतिहास और उसके उद्देश्य पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि ABVP की स्थापना 1949 में हुई थी और यह आज भी अपने उद्देश्यों को लेकर सक्रिय है। यह संगठन विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। उन्होंने कहा, “छात्र निर्माण से राष्ट्र निर्माण होता है,” और इस बात पर जोर दिया कि एक विद्यार्थी में ज्ञान के साथ-साथ एकता, शिष्टाचार और सही व्यवहार भी होना चाहिए, जिससे उनका व्यक्तित्व निर्माण हो सके और वही राष्ट्र निर्माण में सहायक हो।
इंदौर में ABVP के अन्य कार्यक्रम:
इंदौर में ABVP द्वारा किए गए अन्य कार्यक्रमों का भी उल्लेख किया गया। संगठन ने ‘परिसर चलो अभियान’ चलाया, जिसके अंतर्गत कोरोना काल में घटित छात्रों की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इनमें खेलो भारत अभियान, राष्ट्रीय कला मंच के अंतर्गत सिंगिंग और डांसिंग जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। इन प्रयासों से छात्रों का कॉलेज में आकर्षण बढ़ा और उनकी कक्षाओं में उपस्थिति में सुधार हुआ।
धाकड़ ने यह भी बताया कि अनुशासन एक छात्र की सफलता का मूलमंत्र है और यही अनुशासन शहर और राष्ट्र को आगे बढ़ाता है। इंदौर का स्वच्छतम शहर बनने का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यह भी अनुशासन और सही व्यवहार का परिणाम है। उन्होंने गर्मी के मौसम और हीट वेव्स के असर को कम करने के लिए वृक्षारोपण की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस प्रकार, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 76वें स्थापना दिवस समारोह ने छात्रों में अनुशासन, शिष्टाचार और पर्यावरण संरक्षण की महत्ता को उजागर किया।