- 4 लाख से अधिक लोग बाढ़ से पीड़ित
- करीमगंज में 250,000 से अधिक फिर दरांग और तामुलपुर,अब तक 36 की मौत
- 100 से ज़्यादा राहत शिविर खोले गए है।
द पब्लिकेट से अनुश्री करंकार, आसाम। जहां जून में मानसून की आहट होती है, वही आसाम अभी जलमग्न हो गया है। जिससे जनजीवन त्रस्त हो गया है, आधे-आधे घर डूब गए है। नदियां उफान पर है जिससे पुल, तटबंधो और सड़कों को हानि पहुंची है।
बाढ़ की स्थिति, लगातार आसाम में भारी बारिश होने के कारण उत्पन्न हुई है। और आने वाले कुछ दिनों में विभिन्न स्थानों पर आंधी और बिजली गिरने के साथ बारिश का भी अनुमान लगाया गया है।इसके साथ ही इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान से अब तक 36 लोग अपनी जान गंवा बैठे है।असम में बाढ़ की स्थिति शुक्रवार को भी गंभीर बनी है और प्रमुख नदिया कोपिली, बराक और कुशियारा खतरे के निशान से उपर बह रहीं हैं। जिससे जलसैलाब का खतरा नज़र आ रहा है।
कौन से जिले है इस बाढ़ का शिकार ?
अधिकारियों ने बताया कि 19 जिलों बाजाली, बक्सा, ग्वालपाड़ा, हैलाकांडी, होजई, कामरूप, करीमगंज,बारपेटा, विश्वनाथ, कछार, दारंग, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, सोनितपुर, दक्षिण सलमारा, तामुलपुर और उदलगुरी में चार लाख से अधिक लोग बाढ़ के पानी से जूझ रहे हैं।
इस समस्या से निपटने के लिए अब तक 100 से अधिक शिविर खोले गए है और 14,000 से ज़्यादा प्रभावित लोगो ने शरण लिया है।
अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी अलर्ट
मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र को लेकर 22 से 24 जून के बीच भारी बारिश की आशंका जताई है। साथ ही पुडुचेरी और तमिलनाडु में भी भारी बारिश का अंदेशा है।