द पब्लिकेट, इंदौर। खजराना थाने में कल रात ड्रिंक एंड ड्राइव का चालान बनने के बाद युवक-युवतियों की पुलिसकर्मियों से बहस हो गई। चालान कटने वाले युवक का आरोप है कि उसने शराब कम पी थी लेकिन उसके बावजूद पुलिस ने चालान बनाया। थाने से हमको भगाया। वहीं, खजराना थाना प्रभारी ने बताया कि चालक नशे में था। चालान बनाने के बाद उनको थाने से जाने का बोला लेकिन वह गाड़ी साथ में ले जाने के लिए अड़ गए। पुलिसकर्मियों पर लगे आरोप गलत है।
खजराना थाना प्रभारी मनोज सेंधव ने बताया कार चालक नशे में था, जिसके चलते हमनें गाड़ी को जप्त कर 185 का चालान बनाया था। देर रात होने पर भी युवक-युवतियां थाने से नहीं जा रहे थे। वह गाड़ी साथ में ले जाने की जिद पर अड़े थे। इसपर पुलिसकर्मियों ने सभी को समझाया लेकिन उन्होंने बहस की। हम चाहते तो उनपर शासकीय कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज कर सकते थे लेकिन वह स्टूडेंट्स थे इसलिए हमने छोड़ दिया। पुलिस पर लगे आरोप गलत है।
कार चालक शशांक पांडे ने बताया वह अपने युवक-युवती दोस्तों के साथ खाना खाने के बाद घर जा रहा था। स्टार चौराहे पर लगी चेकिंग पर पुलिसकर्मियों ने रोका और ब्रीथ एनालाइजर से चेक पर ड्रिंक एंड ड्राइव का चालान बना दिया। पुलिस ने हमें गाड़ी से बाहर निकाला, इसपर हमनें उनको युवतियां साथ में होने का हवाला देकर टैक्सी से भेज देने का बोला, लेकिन पुलिस ने युवतियों को कार में बिठाया और थाने लेकर पहुंचे। वह बिना महिला पुलिसकर्मी ने युवतियों को भी थाने ले गए। हम रात में थाने पर बैठे थे तो पुलिस हमें थाने से भगाने लगी। उस दौरान हमनें जब अप्पति ली तो पुलिस हमसे विवाद करने लगी।