- पास होने के नाम पर छात्र दे रहे रूपए
- एग्जाम में पास करवाने के नाम छात्रों से लिए जा रहे रूपए
- युवक ले रहा 1 नम्बर बड़ाने के 1 हजार
इंदौर। देवी अहिल्या विश्व विद्यालय में सेट्टिंग कर परीक्षा में फैल या एटीकेटी में पास करवाने के नाम पर छात्र–छात्राओं को लूटा जारहा है। उनसे एग्जाम पेपर में 1 नम्बर बड़ाने के एक हजार रूपए लिए जा रहे है। यह मामला तब सामने आया जब एक कॉलेज के छात्र–छात्राओं को परीक्षा के बाद कुछ सब्जेक्ट्स में एटीकेटी आई। तब उस कक्षा के एक छात्र ने दूसरे कॉलेज के एक छात्र से सम्पर्क करअपने नम्बर बड़वाने के लिए उक्त छात्र का रूपए दिए ओर अन्य छात्र–छात्राओं को भी उसका नम्बर दिया। द पब्लिकेट के रिपोर्टर जब उस छात्र से बात की तो पता चला की छात्र के कोई परिचित DAVV में है जिनकी मदद से वह छात्र–छात्राओं के नम्बर बड़वाता है, जिसके सारे सबूत द पब्लिकेट के पास सुरक्षित है।
करीब एक माह पहले होटल मैनज्मेंट के 7 समेस्टर का रिजल्ट आया था, जिसमें IPS कॉलेज 7 समेस्टर के कुछ विद्यार्थियों कोसब्जेक्ट्स के एटीकेटी आई थी। विद्यार्थी परेशान थे इसलिए वह पास होने की जद्दोजहद में लगे थे। तभी क्लास के बिपिन नामक छात्रने बताया कि उनका दोस्त है शिवांश शुक्ला, उसकी DAVV में अच्छी सेट्टिंग है वह पास करवा देगा। इसके बाद युवक ने छात्रों को कहा की वह पास करवा देंगे, लेकिन उसकी एवज में रूपए देने होंगे।
इस बात की जानकारी लगते ही द पब्लिकेट के रिपोर्टर ने पहले शिवांश शुक्ला से चर्चा की तो उसने बताया कि DAVV में उसका कोई परिचित है, जिसके बलबूते पर वह लोगों के नम्बर बड़वा देता है। पहले शिवांश ने 6 हजार में पास करवाने का बोला लेकिन बाद में वह7 हजार 500 रूपए की मांग करने लगा। जिसके बाद रिपोर्टर के बिपिन को लगाया तो उसने बताया की उसके खुद के अलावा अपने दोस्तों के नम्बर बड़ाने के लिए भी शिवांश को रूपए दिए है। बताया जा रहा है को शिवांश सेज यूनिवर्सिटी में एमएससी की पड़ाई कररहा है ओर किसी छात्र संगठन से जुड़ा है। मामले में DAVV की कुलपति से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया।
अगर हमारी यूनिवर्सिटी में एसे मामले हो रहे है, तो आप इनको तुरंत ट्रेस करो, एसे लोगों पर हम कड़ी कार्यवाई करेंगे ।
राजेंद्र सिंह, एग्जामिनेशन हेड, देवी अहिल्या विश्व विद्यालय
अगर इस प्रकार की गतिवधी विश्व विद्यालय में चल रही है तो यह बहुत गलत है, अगर हमारे सामने इस प्रकार की गतिवधी सामनेआती है तो हम इसपर कड़ी से कड़ी कार्यवाई करने की मांग कर इसपर ऐक्शन लेंगे। हम आंदोलन भी करेंगे ओर जो भी ज़िम्मेदारव्यक्ति उस दायित्व पर होगा उसे हटाने की मांग करेंगे।
सार्थक जैन, महामंत्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
इस पूरे मामले की बातचीत के अंश पढ़े।
रिपोर्टर की शिवांश शुक्ला से बात चीत के अंश
रिपोर्टर – शिवांश भाई पास करवाना है।
शिवांश– हो जाएगा, लेकिन पेसे लगेंगे।
रिपोर्टर – कितने ?
शिवांश– जिनते नम्बर काम है, उसके हिसाब से लगेंगे।
रिपोर्टर – पास कैसे कराओगे, ये बताओ पहले ।
शिवांश – मेरे परिचित है DAVV में सुनील नाम के, उनकी अच्छी बातचीत है, वह करवाते है।
रिपोर्टर – 6 नम्बर के कितने लगेंगे ?
शिवांश – 1 नम्बर के एक हजार के हिसाब से लगेंगे, जल्दी बताना, अखारी तारीख़ 29 है, इसके बाद नहीं होगा काम।
रिपोर्टर की बिपिन से बातचीत के अंश
रिपोर्टर – आप शिवांश को कैसे जानते हो ?
बिपिन– में DAVV में री चेकिंग भरने गया था तब मिले थे।
रिपोर्टर – कौन से कॉलेज के है ?
बिपिन – मेरी इतनी बात नहीं होती है, बस उन्होंने उस दिन पूछा था कि पास होना है या नहीं, मैंने बोला हां तो उन्होंने बोला 5 हजार डालदे अकाउंट में तो मैंने डाल दिए थे। अभी मेरा रिज़ल्ट आ जाएगा ओर 5 नम्बर बड़ जाएंगे।
रिपोर्टर – री चेकिंग का फोर्म भरा था ?
बिपिन – हां, वह भी भरा था, ओर नम्बर बड़वाने के रूपए भी दिए है।
रिपोर्टर – कितने बच्चों को पास करवाने का काम दिया है अपने ?
बिपिन – मैंने खुद के अलावा मेरे दोस्त ईशान, तुषार के अलावा 1 2 का ओर करवाया है।
रिपोर्टर – एक नम्बर के कितने रूपए लगते है ?
बिपिन – एक नम्बर के एक हजार रूपए लगते है।
विश्वविद्यालय में इस प्रकार प्रकरण कई बार सामने आए हैं जिसको लेकर लापरवाही चल रही हैं एक प्रकार से देखे तो विद्यार्थी अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ ही कर रहा है। विद्यार्थी परिषद इस पर ऐक्शन लेने तथा जिम्मेदारों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग करेगी।