33 जिलों में अलर्ट जारी, प्रशासन की राहत कार्यों के बीच बरगी डैम की स्थिति बनी है चिंता का विषय
द पब्लिकेट, भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने कई जिलों को बाढ़ की चपेट में ले लिया है, जिससे प्रदेश में स्थिति गंभीर हो गई है। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मूसलधार बारिश हो रही है, जिसके कारण जलभराव की स्थिति सामने आई। मौसम विभाग की चेतावनियों के बावजूद, यह बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है, जिससे प्रशासन और राहत कार्यकर्ता लगातार चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 33 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है, जिसमें भोपाल, ग्वालियर, सागर, छिंदवाड़ा और जबलपुर प्रमुख हैं। इन जिलों में तेज बारिश की संभावना है। 23 जिलों के लिए येलो अलर्ट और 10 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यह स्थिति गंभीर है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
तेज बारिश के कारण प्रदेश की नदियाँ और नाले उफान पर हैं। विशेष रूप से बरगी डैम की स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है। बरगी बांध के गेट खोलने से नदियों का जलस्तर और बढ़ गया है। वर्तमान में बरगी बांध 53% भर चुका है और इसका जलस्तर 416 मीटर तक पहुँच चुका है। प्रशासन ने इस स्थिति के मद्देनजर स्थानीय निवासियों को सावधान रहने और आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों को जल्दी राहत काम शुरू करने और लोगों को हर तरह की मदद देने को कहा है। जिला प्रशासन को बाढ़ वाले इलाकों में जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। राहत कार्यों को तेज करने के लिए खास टीमें बनाई गई हैं और प्रभावित इलाकों में खाने-पीने की चीज़ें, दवाइयाँ और अन्य जरूरी सामान भेजा जा रहा है।
भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति ने प्रदेश की कई प्रमुख शहरों और कस्बों को प्रभावित किया है। भोपाल और ग्वालियर में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस बीच, प्रशासन और राहत कार्यकर्ताओं को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन वे लगातार प्रभावित लोगों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं।