द पब्लिकेट, इंदौर। लगता है इंदौर को रिकॉर्ड तोड़ने की आदत सी पड़ गई है! पहले स्वच्छता में टॉप किया, और अब हरियाली में भी नंबर वन बनने की ठान ली है। आज शहर ने एक ही दिन में 11 लाख से ज्यादा पौधे लगाने का बड़ा लक्ष्य रखा, जो कि असम के पिछले रिकॉर्ड को धूल चटाने वाला है।
सुबह 6 बजे से ही लोग जुट गए थे इस नेक काम में और देखो तो, खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंच गए इस मुहिम में हिस्सा लेने। उन्होंने भी अपनी मां के नाम पर एक पौधा लगाया। शाह साहब ने कहा कि अब इंदौर को ‘ग्रीन सिटी’ के नाम से जाना जाएगा। वाह, क्या बात है!
शाह ने एक अच्छी बात कही – पौधे लगाना तो आसान है, पर उन्हें बड़ा करना असली चुनौती है। उन्होंने लोगों से कहा कि इन पौधों को अपने बच्चों की तरह पालें। सही कहा, है ना? याद रहे, यह मुहिम 6 जुलाई को शुरू हुई थी, जब संतों ने 11 हजार पौधे लगाए थे। आज रेवती पहाड़ी पर 11 लाख पौधे लगाकर इसका ग्रैंड फिनाले हो रहा है और हां, गिनीज बुक वाले भी आ रहे हैं इसे रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज करने।
पता है, इस काम के लिए 20 करोड़ रुपये के पेड़ दान में मिले हैं! 300 ट्रकों में भरकर ये पौधे लाए गए। और सबसे मजेदार बात, 11 लाख में से 9 लाख पौधे सिर्फ मधुकामिनी के हैं। इस नेक काम में हर कोई शामिल है – आम नागरिक, नेता, धार्मिक गुरु, पुलिस, BSF के जवान, यहां तक कि स्कूल के बच्चे भी।
और यह तो बस शुरुआत है। इंदौर का लक्ष्य है कुल 51 लाख पौधे लगाना। नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का दावा है कि 13 जुलाई तक 23-24 लाख पौधे तो लग ही चुके हैं। लगता है इंदौर एक बार फिर साबित करने वाला है कि वह सिर्फ साफ-सफाई में ही नहीं, बल्कि हरियाली में भी नंबर वन है। क्या कहते हो, अगली बार जब इंदौर जाएं तो शहर को एक नए अवतार में देखेंगे, है ना?