द पब्लिकेट, इंदौर। बेटमा क्षेत्र में राजेश चौहान की मौत के बाद पुराने राज खुल रहे है, जिससे साफ पता चलता है कि थाना प्रभारी संजय सिंह और एसआई संदीप पोरवाल की राजनीतिक व्यक्ति महेशपुरी से मिलीभगत होने के चलते राजेश चौहान पर झूठे मुकदमे लगाए थे। मृतक राजेश के परिजनों ने अपने कथनों में पुलिस द्वारा दी गई प्रताड़ना का जिक्र भी किया था, लेकिन उनके खिलाफ फिलहाल में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
पुलिस ने राजेश चौहान की मौत के मामले में नगर परिषद अध्यक्ष अनीता पूरी के पति महेशपूरी, बेटा उदयपुरी, अशोक चौहान, छीतर पटेल, मुकेश पटेल, शुभम पटेल, ममता बाई और सुनीता बाई पर हत्या के लिए उकसाने की धारा में प्रकरण दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक बेटमा थाना प्रभारी संजय सिंह और एसआई संदीप पोरवाल के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ है। जबकि मृतक राजेश ने मारने से पहले बनाए वीडियो में सबसे पहले टीआई और एसआई की प्रताड़ना का जिक्र किया था।
थाने में पूछताछ के बहाने पीटा था…
परिजन बताते है, आठ महीने पहले जमीन नपती के दौरान राजेश का विवाद मुकेश पटेल और उसके साथियों से हुआ था। मुकेश के साथियों ने हमारे साथ जमकर मारपीट की थी। विवाद के दौरान घर की दो औरतों को भी पीटा था। बीच बचाव में हमने भी मारा था। इसकी शिकायत पहले हमने लिखवाई लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने साधारण धाराओं में केस दर्ज किया। वहीं, सामने वाले पक्ष ने हम पर जो आरोप लगाए, पुलिस ने उसे बिना जांचे हमारे खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। कुछ समय बाद हमारे मामा राजेश से जेल में मिलकर आ रहे थे। तभी रास्ते में एसआई संदीप पोरवाल ने उन्हें रोका और पूछताछ के लिए थाने ले गए। हमें जानकारी लगी तो हम थाने पहुंचे तो पुलिस ने पूछताछ का हवाला दिया। बाद में पता चला की मामा को संदीप पोरवाल ने जमकर पीटा है। इसकी शिकायत हमने अधिकारियों को की थी, लेकिन उस समय एसआई ने यह कह दिया की अगर शिकायत वापस नहीं ली तो राजेश के भाई राकेश को पुराने केस के चक्कर में रिमांड पर ले लेंगे। इस डर के कारण उस समय हमने पुलिस पर की गई शिकायत वापस ले ली थी।



ढील देने के बाद दर्ज किया था केस
राजेश चौहान की मौत के बाद परिजनों ने कथनों में थाना प्रभारी और एसआई पर भी आरोप लगाए थे लेकिन पुलिस का कहना था कि हम अभी सुनवाई कर रहे है और आप हम पर आरोप लगा रहे हो। आपको थाना प्रभारी और एसआई पर कार्रवाई करवाना है तो आप अलग से आवेदन दे देना लेकिन मौत के मामले में आप इनकी नाम की जगह अन्य करवा दो। परिजन बताते है हम कथन देने के लिए सुबह थाने जाते लेकिन रात तक भी हमारे कथन नहीं होते थे।
फरारी काटू का बिना रिमांड लिए भेजा जेल
राजेश चौहान की मौत के मामले में पुलिस ने परसों नगर परिषद अध्यक्ष अनीतापूरी के पति महेशपुरी को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन उसका रिमांड नहीं लिया। जबकि आरोपी महेशपुरी आठ महीने पुराने हत्या के प्रयास के मामले में से ही फरार चल रहा था।
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