आम आदमी पार्टी के सांसद ने देश में “दो आईपीएल” की चर्चा की, NEET पेपर लीक में युवाओं का भविष्य खतरे में
द पब्लिकेट। मंगलवार को राज्यसभा में संबोधित होते हुए, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने एक बड़ी भाषण में केंद्र सरकार को NEET पेपर लीक और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के मामले पर सख्त आलोचना की। उन्होंने समझाया कि वर्तमान में भारत में दो आईपीएल चल रहे हैं – इंडियन प्रीमियर लीक और इंडियन पेपर लीक। एक जिसमें बैट-बॉल से खेला जाता है और दूसरा जिसमें युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
चड्ढा ने कहा कि इस प्रकार के पेपर लीक से NEET, UGC NET जैसी परिक्षाओं में भाग लेने वाले 35 लाख बच्चों का भविष्य अंधकार में है, जिसने शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाया है और युवाओं की आत्मविश्वास को भी धकेला है। उन्होंने सरकार से सख्त कार्रवाई करने की मांग की और NEET और UGC-NET परीक्षाओं के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
चड्ढा ने अपने भाषण में व्यक्त किया कि ऐसे घटनाओं से समाज में भरोसा और विश्वास कम हो जाता है, और युवाओं में सरकारी परीक्षाओं में समर्थन की भावना धीरे-धीरे खो जाती है। उन्होंने न्यायिक संस्थाओं से इस मामले में तत्काल न्याय दिलाने की भी गुहार लगाई।
राघव चड्ढा ने शिक्षा प्रणाली के मुद्दों पर उठाया सवाल, कहा “छात्रों को क्या पीड़ा होती है?
चड्ढा ने संसद में कहा, “चार्टर्ड एकाउंटेंसी को पास करने के बाद यहां पहुंचा हूँ, सर, मुझे पता है की छात्रों को क्या पीड़ा होती है।”
उन्होंने NTA का फुल फॉर्म “NO TRUST ANYMORE” के रूप में व्याख्यान किया और कहा कि भारत देश जवान हो रहा है, लेकिन इस जवानी के लिए समर्थन की कमी है। उन्होंने उठाया सवाल, “भारत की औसत आयु अब मात्र 29 साल है, लेकिन हमने आज इन युवाओं के लिए किया क्या?”
अनुसंधान के अनुसार, आज भारत में कुल मिलाकर 31 करोड़ छात्रों की आबादी है, जिन्हें यह विचारने पर मजबूर कर देता है कि शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है।
इस प्रकार, चड्ढा ने NEET और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लीक होने के मामले में सरकार के प्रति गंभीरता से आलोचना की और समाज को इस मुद्दे पर जागरूक करने का कार्य किया।