द पब्लिकेट, इंदौर। लसूड़िया पुलिस ने मार्केट में नकली नोट चलाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 500 रूपए के 46 नोट मिले है। पूछताछ में उसने राजस्थान के दोस्त से नकली नोट लेना कबूला है। पुलिस आरोपी शुभम रजक के राजस्थान में रहने वाले दोस्त महिलाल उर्फ मोहित बेड़ा निवासी जोधपुर की तलाश कर रही है।
विजय नगर एसीपी आदित्य पटले ने बताया नकली नोट मार्केट में चलाने के मामले में आरोपी शुभम पिता मदन रजक (26) निवासी स्कीम नंबर 136 को गिरफ्तार किया है। वह मूल रूप से जबलपुर का रहने वाला है। आरोपी क्षेत्र की एक दुकान पर नलकी नोट दे रहा, तभी संचालक को शक हुआ उसने पुलिस को सूचना दी। लसूड़िया पुलिस ने सूचना पर आरोपी शुभम को गिरफ्तार किया है। उसके घर की छानबीन करने दौरान पुलिस को 500 रूपए के 46 नकली नोट मिले है। मामले में पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर तीन दिन का रिमांड मांगा है। पूछताछ में आरोपी शुभम ने बताया कि उसका मोहित बेड़ा नाम का दोस्त है, उसने शुभम को नकली नोट मार्केट में चलाने के लिए दिए थे। मोहित राजस्थान का रहने वाला है। पुलिस टीम उसकी तलाश कर रही है।
एसीपी आदित्य पटले ने यह भी बताया कि नकली नोटों को किसी खास पेपर पर प्रिंट नहीं किया है। साधारण एफोर साइज पेपर पर नोट का डिजाइन प्रिंट हुआ है। लोग उस नोट को आसानी से पहचान सकते है। आरोपी उस नोट को हाथ से हल्का खराब कर देते थे, जिसके चलते लोग इतना ध्यान नहीं देते थे।
द पब्लिकेट की इन्वेस्टीगेशन
बताया जा रहा है आरोपी शुभम टेलिपरफ़ॉर्मेंस कंपनी (बीपीओ सेक्टर) में काम करता था। उसे ऑफिस में शिवराज और बहार के लोग पुष्पेंद्र नाम से जानते थे। सूत्रों से जानकारी मिली है कि शुभम की कंपनी में ही काम करने वाले एक युवक से दोस्ती थी। उसका भी नकली नोट बनाने के मामले में हस्तक्षेप था। लेकिन कुछ समय से वह शहर के बाहर है। वहीं, शुभम पिछले चार महीनों से मार्केट में नलकी नोट चला रहा था। गिरफ्तार होने के कुछ देर पहले उसने अपनी एक दोस्त को कॉल कर हजार रुपए डलवाए थे। इसके बदले वह उसे संभवतः नकली नोट देने वाला था। शुभम जितने नक़ली नोट लेता था उसके बदले वह मोहित को आधे पैसे ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से भेज देता था।