द पब्लिकेट, इंदौर। प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स महीनों से पीजीडीएम ऑफिस की शिकायतें लेकर प्रबंधक के पास जा रहे थे, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। द पब्लिकेट के पास जब यह मुद्दा आया तब हमनें अपना सामाजिक कर्तव्य निभाते हुए प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। द पब्लिकेट ने स्टूडेंट्स के हित के लिए प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी में हो रही धांधली के मुद्दों को उजागर किया। फलस्वरूप सोमवार के दिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, लेकिन सुनवाई न होने पर बुधवार यूनिवर्सिटी में सेकड़ो स्टूडेंट्स और कार्यकर्ताओं ने जाकर उग्र प्रदर्शन किया। इसपर पहले तो डिप्टी रजिस्टार अर्चना प्रधान और मैनेजमेंट कमिटी की हर्षिका गब्बड़ क्लास रूम में भाग निकली। बाद में कार्यकर्ताओं के उग्र नारों सुन बाहर निकली और मांगों पर सुनवाई करने का आश्वासन दिया।

प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी में हो रही स्टूडेंट्स की शिकायतों पर बुधवार के दिन भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में एबीवीपी के कार्यकर्ता सहित पीड़ित स्टूडेंट्स कॉलेज पहुंचे, जिन्होंने यूनिवर्सिटी में घुसते ही प्रबंधक सुधीर प्रधान, डिप्टी रजिस्टार अर्चना प्रधान और मैनेजमेंट कमिटी की हर्षिका गब्बड़ के खिलाफ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि सोमवार के दिन यूनिवर्सिटी की तरफ से जवाब नहीं मिला था, इसलिए वापस प्रदर्शन कर रहे है।
कार्यकर्ताओं को देख यूनिवर्सिटी की फैकल्टी बाथरूम में चुप गई। डिप्टी रजिस्टार अर्चना प्रधान और मैनेजमेंट कमिटी की हर्षिका गब्बड़ भी करीब एक घंटे तक स्टूडेंट्स के सामने नहीं आई। लेकिन जब स्टूडेंट्स नहीं माने तो उनको सामने आना पड़ा। कार्यकर्ताओं और स्टूडेंट्स के बीच जब दोनों आई तब पीड़ित स्टूडेंट्स अपनी शिकायतें बताने लगे। स्टूडेंट्स का कहना था कि हमें हमारी परीक्षा की कॉपी दिखाई जाए। इसपर दोनों का कहना था की हमनें स्टूडेंट्स की शिकायतों पर मंथन किया है। डायरेक्टर सुधीर प्रधान विदेश (यूएस) में है। जैसे ही वह आते है, हम उनसे बात कर मांगों पर उचित निर्णय लेंगे।

प्रदर्शन के दौरान एक फैकल्टी अपनी कार से भागने का प्रयास कर रही थी, जिनको कार्यकर्ताओं ने देखा तो उनकी गाड़ी के समाने आकर भी प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था।