द पब्लिकेट, इंदौर। राजनीतिक लोगों के दम पर जमीनों के मैटर फोड़ने वाले और खेतीबाड़ी करने वाले को घापे में लेकर उसकी जमीन हड़पकर आत्महत्या के लिए उकसाने वाले आरोपियों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। बेटमा में हुई राजेश चौहान की मौत को महीनाभर होने वाला है, जिसमें पुलिस ने सिर्फ आरोपी महेशपुरी की गिरफ्तारी ली है। शेष आरोपी फरार है। मृतक के परिजनों को एसपी से लेकर एसडीओपी तक सिर्फ आश्वासन दे रहे है। इससे परेशान परिजनों ने कल ग्रामीण आईजी अनुराज को ज्ञापन दिया।

मृतक राजेश चौहान के परिजनों ने कल ग्रामीण आईजी अनुराग को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने और बेटमा थाना प्रभारी संजय सिंह और एसआई संदीप पोरवाल पर कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन दिया है। परिजनों का कहना है कि मौत को 20 दिन हो चुके है। अभी तक सिर्फ आरोपी महेशपुरी की गिरफ्तारी हुई। बाकी आरोपी खुले घूम रहे है। आरोपी महेशपुरी और उसका बेटा उदयपुरी देपालपुर विधायक मनोज पटेल के खास है इसलिए हम विधायक के पास नहीं गए। वह उनको बचा रहे है। छेतरसिंह पटेल और उसके बेटे शुभम पटेल को भी राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस बचा रही है। हम चाहते है आरोपियों के खिलाफ पुलिस जल्द कोई कार्रवाई करे। वहीं, परिजनों ने आईजी को मृतक राजेश का आत्महत्या करने से पहले बनाया वीडियो भी दिखाया था जिसमें उसने बेटमा थाना प्रभारी संजय सिंह और एसआई संदीप पोरवाल पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। 

टीआई और एसआई बचा रहे एसपी और एसडीओपी

परिजनों ने बताया राजेश चौहान की मौत के जिम्मेदार थाना प्रभारी संजय सिंह और एसआई संदीप पोरवाल भी है। हमनें कई बार एसपी हितिका वसाल और एसडीओपी सम्राट सिंह को इनके खिलाफ कार्रवाई करने का कहा लेकिन उन्होंने हमें बातों में उलझा दिया। कथन देने के दौरान वाह बार-बार पुलिस पर कार्रवाई न करने का कह रहे थे। वहीं, एसपी ने तो यह तक कह दिया था कि पुलिस पर ऐसे कार्रवाई नहीं होती। 

पुलिस ने चार लोगों को नहीं बनाया आरोपी 

परिजनों का कहना है कि मृतक राजेश चौहान ने जिस स्थान पर जहर खाया था, वहां पर महेशपुरी, उदयपुरी, छीतर पटेल, मुकेश पटेल, शुभम पटेल और अशोक चौहान के अलावा शरद शास्त्री, दीनदयाल चौबे और योगेश यादव भी मौजूद थे लेकिन पुलिस ने इसपर रिपोर्ट करने के बजाए उन्हें अन्य कर दिया। जबकि सीसीटीवी में यह सब साफ दिख रहे है। बताया जा रहा है पुलिस ने जिन लोगों के नाम दर्ज रिपोर्ट में नहीं लिखे उनका इलाके में बोलबाला है। एक व्यक्ति के इलाके में पेट्रोल पम्प भी है। 

क्या था मामला…

आपको बता दें, खानपुर इलाके में मृतक राजेश चौहान की तीन बीघा जमीन को हड़पने के लिए आरोपी देपालपुर नगर परिषद के अध्यक्ष महेशपुरी, उदयपुरी, अशोक चौहान, छीतर पटेल, मुकेश पटेल, शुभम पटेल, ममता बाई और सुनीता बाई ने आत्महत्या के लिए उकसाया था, जिसके चलते राजेश चौहान ने जहर खाकर अपनी दे दी थी। मामले में फिलहाल की स्तिथि में सिर्फ एक आरोपी महेशपुरी की गिरफ्तारी हुई। पुलिस ने आरोपी महेशपुरी की गिरफ्तारी भी नाटकीय ढंग से लेकर उसे जेल भेजा था। मामले को 20 दिन हो चुके है लेकिन शेष बचे सात आरोपियों की अभी भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। मृतक ने आत्महत्या करने से पहले वीडियो भी बनाया था जिसमें उसने थाना प्रभारी संजय सिंह और एसआई द्वारा दी गई प्रताड़ना भी जिक्र किया था लेकिन अभी तक उनके खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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