द पब्लिकेट, इंदौर। लसूड़िया थाना क्षेत्र के महालक्ष्मी नगर में भूमाफिया प्रॉपर्टी कारोबारी पर जानलेवा हमला करने वाले गैंग का मुख्य सरगना विनय उर्फ सोनू राठौर अपने तीन साथियों सहित पुलिस की गिरफ्त में आ गया। आरोपियों ने विवादित प्रॉपर्टी के लेन-देन के झगड़े के चलते कारोबारी पर फिल्मी अंदाज में गोलीबारी की थी।

पुलिस ने बताया कि फरियादी मनोज नागर, निवासी महालक्ष्मी नगर, ने 24 सितंबर की शाम बंबई हॉस्पिटल में इलाज के दौरान रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह अपने ऑफिस से फॉर्च्यूनर कार में घर लौट रहा था। तभी एक सफेद कार ने सामने से टक्कर मारी। जब उसने गाड़ी रोकी, तभी कार सवार बदमाशों ने उसकी आंख में लाल मिर्च डाल दी और हेलमेटधारी बदमाशों ने तीन फायर किए। दो गोलियां मनोज के दोनों हाथों में और एक पेट में लगी। घायल अवस्था में उसे बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया।

प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस उपायुक्त जोन-2 कुमार प्रतीक के निर्देशन में एडीशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह और एसीपी आदित्य पटले के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से आरोपियों की पहचान की और महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश के कई शहरों में दबिश दी।

आखिरकार 11 अक्टूबर को सूचना मिलने पर पुलिस ने बायपास स्थित चौधरी ढाबे के पास मुख्य आरोपी विनय उर्फ सोनू राठौर को उसके साथियों शुभम खेड़कर, युवराज उर्फ राज बच्चा और अरविंद परमार के साथ दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपियों से एक अवैध देशी कट्टा, एक पिस्टल और तीन जिंदा राउंड बरामद किए गए।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि सोनू राठौर और मनोज नागर साथ में विवादित प्रॉपर्टी के सौदे करते थे। हाल ही में दोनों के बीच मतभेद बढ़ गए थे। इसी रंजिश के चलते सोनू ने अपने साथियों के साथ मिलकर मनोज की हत्या की योजना बनाई थी।

आरोपियों ने घटना से दो दिन पहले योजना बनाकर फरियादी की रेकी कराई थी। घटना वाले दिन सोनू हेलमेट पहनकर स्कूटी से मौके पर पहुंचा और तीन गोलियां दागीं। भीड़ इकट्ठा होने से बाकी आरोपी भाग निकले।

गिरफ्तार आरोपी:

  1. सोनू उर्फ विनय राठौर (35) निवासी रामकृष्ण बाग कॉलोनी, खजराना
  2. युवराज उर्फ राज बच्चा सोनगरा (22) निवासी वैभव लक्ष्मीनगर, खजराना
  3. शुभम खेड़कर (31) निवासी अहिल्या माता कॉलोनी, तुकोगंज
  4. अरविंद परमार (28) निवासी वैभव लक्ष्मीनगर, खजराना

पुलिस उपायुक्त जोन-2 ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी पर पहले से ₹10-10 हजार का इनाम घोषित था। सभी को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है ताकि वारदात में प्रयुक्त वाहन और अन्य साक्ष्य जुटाए जा सकें।

सराहनीय भूमिका:
कार्यवाही में थाना प्रभारी तारेश कुमार सोनी, उपनिरीक्षक संजय बिश्नोई, शैलेन्द्र ठाकुर, सहायक उपनिरीक्षक प्रवेश सिंह, प्रधान आरक्षक प्रणित भदौरिया, अजय प्रजापति, रविंद्र कुशवाह, नीरज रघुवंशी, आरक्षक दिनेश गुर्जर, आनंद जाट, हेमराज, आकाश, रामकुमार और साइबर सेल के आरक्षक प्रवीण व विनीत की सराहनीय भूमिका रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *