द पब्लिकेट, इंदौर। क्षेत्र के बदमाशों की कमर तोड़ने और सही राह दिखाने के लिए जोन तीन के डीसीपी हंसराज सिंह ने नया तरीका अपनाया है। हीरा नगर थाने में कल जोन के अधिकारियों ने अपराधों में लिप्त बदमाशों की पाठशाला ली, इनके माता-पिता और परिजनों को भी बुलाया। कॉपी पेन देकर लिखवाया कि अपने बच्चों को भी बदमाश बनाना चाहेगें। अगर हां तो क्यों और अगर ना तो क्यों नहीं। 

कल हीरा नगर थाने में जोन तीन डीसीपी हंसराज सिंह सहित अन्य अधिकारियों के बीच हीरा नगर क्षेत्र के अपराध में लिप्त 57 बदमाशों को समझाईश के लिए पाठशाला ली गई। बदमाशों के साथ उनके माता-पिता और परिजनों को बुलाया था। पाठशाला में डीसीपी हंसराज सिंह, एडीसीपी राम स्नेही मिश्रा, एसीपी रुबीना मेजबानी और हीरा नगर थाना प्रभारी पप्पूलाल शर्मा ने बदमाशों को थाने में नीचे बिठाकर कॉपी पेन देकर काउंसिलांग ली। उनकी दिनचर्या, बैठक और कामकाज की जानकारी भी मांगी। अधिकारियों ने बदमाशों को सुधर जाने की सलाह दी। इसके बाद बदमाशों से अपराध करने या न करने के संबंधित प्रश्न उत्तर भी लिखवाए। पुलिस में बदमाशों से लिखवाया कि क्या अपने बच्चों को भी बदमाश बनाना चाहते हो। अगर हा तो लिखित में दो अगर न तो वह भी लिखित में दो। इसपर बदमाशों ने भावनात्मक जवाब लिखे। 

7 जिलाबदर, 7 को हाजिर होने के आदेश

पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने 14 बदमाशों पर कार्रवाई की है। सात को जिलाबदर किया जबकि सात को थाने में हाजिरी देने के आदेश दिए हैं। पुलिस के मुताबिक अतीक उर्फ अतीकुर रहमानल काजी की चाल, मंगेश अंकोलकर सुखलिया, अमन कोचले चितावद, जयराज कदम सूर्यदेव नगर, शक्ति उर्फ सत्ता सिंह और संजय खोरवाल कुलकर्णी नगर, अमन उर्फ बड़े लाल गली को जिलाबदर किया है। इसी तरह आरोपित रईस खान निवासी नंदन नगर, दीपक जाट निवासी सर्वहारा नगर, नारायण उर्फ नरेंद्र सूर्यवंशी निवासी गौरीनगर, धर्मेंद्र उर्फ धम्मू यादव निवासी मूसाखेड़ी, रवि गौंड निवासी बक्षीबाग कालोनी, रोहन कौशल निवासी देवनगर और दीपक उर्फ भतीजा निवासी नेहरू नगर को छह माह के लिए निर्बन्धन किया है।

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