द पब्लिकेट, मध्य प्रदेश। मध्यप्रदेश सरकार ने जानता की सेवा के लिए जिस डायल 112 का शुभारंभ कर 1200 स्कॉर्पियो और बोलेरो प्रशासन को दी थी, वह अब सवालों के कटघरे में खड़ी हो गई। मुख्यंत्री मोहन यादव ने 14 अगस्त को 1200 नई गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया था। मीडिया में बयान दिया था कि प्रदेश सरकार ने पुलिस सेवा लेने के लिए डायल 112 लांच कर दिया है। प्रदेश के विभिन्न थानों में 1200 स्कॉर्पियो और बोलेरो गाड़ियां जिसमें 600 ग्रामीण और 600 गाड़ियां शहरों इलाको रहेगी। लेकिन इसमें अब झोल नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर खबरें वायरल हो रही है कि मोहन सरकार जिस गाड़ी की कीमत करीब एक करोड़ से ज्यादा बता रही है असल में उसकी कीमत महज 30 लाख रुपए है। अगर गाड़ी और उसका मेंटेनेंस भी देखा जाये तो करीब 50 लाख तक का खर्च आ रहा है। फिर सरकार ने एक गाड़ी को एक गाड़ी डेढ़ करोड़ की कैसे बता दी? हालांकि पीएचक्यू द्वारा जारी की गई जानकारी में डायल 112 का बजट 972 रुपए का बताया गया है ( पांच साल के लिए ), लेकिन यह आंकड़ा पहले सामने क्यों नहीं आया। खुद जनसंपर्क विभाग ने 1500 करोड़ का आंकड़ा अपनी वेबसाइट पर लिख रखा है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि यह सभी गाड़ियां सरकार ने भोपाल और इंदौर के सौम्या व्हीकल्स शोरूम से खरीदी गई है, जिसका मालिक प्रवेश अग्रवाल है। कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह का खास माना जाता है, लेकिन भाजपा में भी अपना रोल अदा कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक सरकार का यह घपला भले ही घपला न हो लेकिन अंदर ही अंदर दबे कानों इस स्कैम की चर्चा प्रदेशभर में चल रही है।

