सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, टॉपर्स की संख्या में आई भारी कमी

द पब्लिकेट, दिल्ली। नीट यूजी 2024 के नतीजों में एक बार फिर बड़ा संशोधन हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर, एक फिजिक्स प्रश्न के विवाद के कारण एनटीए ने अपने परिणामों में सुधार किया। इस प्रश्न में दो ‘सही’ उत्तर दिए गए थे, जिससे अंक घटाने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया।

पहले घोषित परिणामों में 67 छात्रों ने 720 में से 720 अंक प्राप्त कर टॉपर्स की सूची में जगह बनाई थी। संशोधित परिणामों के अनुसार, अब केवल 17 छात्र इस उच्चतम अंक को प्राप्त कर पाए हैं। इनमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश से 2-2, बिहार से 1, राजस्थान से 4, पंजाब, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और चंडीगढ़ से 1-1 छात्र शामिल हैं। महाराष्ट्र से 3 छात्र इस सूची में हैं। इसके अलावा, 716 अंक प्राप्त करने वाले 6 छात्र और 715 अंक प्राप्त करने वाले 77 छात्र भी शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पहले, 67 टॉपर्स में से 6 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, लेकिन अब यह अंक हटा दिए गए हैं। ग्रेस मार्क्स देने की इस प्रक्रिया पर करीब 45 याचिकाएं दायर की गई थीं, जो NTA के खिलाफ थी।

फिजिक्स के एक प्रश्न के कारण रिजल्ट में बदलाव हुआ। इस प्रश्न के कारण 44 छात्रों को 720 अंक प्राप्त हुए थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी दिल्ली की विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के आधार पर 5 अंक घटाने का आदेश दिया।

उल्लेखनीय है, अंतिम परिणामों के अनुसार, कुल 23,33,162 छात्रों में से 13,15,853 छात्र अब क्वालिफाई कर पाए हैं। पहले के परिणामों में 13,16,268 छात्र क्वालिफाई हुए थे, लेकिन 415 छात्रों को अब पास नहीं माना गया है।

इस संशोधन ने नीट यूजी के नतीजों में एक बदलाव किया है, जिससे छात्रों और शिक्षा क्षेत्र में एक नई चर्चा शुरू हो गई है।

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