द पब्लिकेट। उत्तरप्रदेश मे कावड़यात्रा के रूट पर दुकानों और होटलों मे नेमप्लेट लगाकर पहचान बताने के राज्य सरकार के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने का आदेश दिया था। जिसके बाद कई दुकानों और होटलों से नेम प्लेट हटाई भी जा चुकी है।
कोर्ट के आदेश के बाद मुजफ्फर नगर के कावड़ रूट में धर्मगुरु स्वामी यशवीर महाराज द्वारा एक अनोखे अभियान की शुरुआत की गई है। उन्होंने सभी हिन्दू सनातनी दुकानदारों और व्यापारियों से यह अनुरोध किया है की वह सभी लोग अपनी दुकानों, होटलों और प्रतिष्ठानों पर भगवा रंग का झण्डा लगाए जिसपर “ॐ” लिखा हो और साथ ही स्वामी यशवीर महाराज ने मुजफ्फर नगर मे घूम घूमकर हिन्दू दुकानदारों को भगवान वराह, जो विष्णु भगवान के अवतार हैं उनकी तस्वीर भी बांटी। महराज का कहना है की दुकानों के बाहर हिन्दु धर्म का प्रतीक लगाने से कवादियों को पहचान करने मे आसानी होगी।
स्वामी यशवीर महाराज ने ही कावड़ रूट पर नेमप्लेट लगाने की मुहिम की शुरुआत की थी, लेकिन सुप्रीमकोर्ट के रोक लगाने के बाद अब उन्होंने नया अभियान शुरू कर दिया है।
भगवान वराह की तस्वीर बांटने पर उनका कहना है की जहा भगवान वराह का चित्र है वहा पर भोजन मे थूकने का या गोमांस डालने जैसा घृणित कार्य नहीं होगा बल्कि आपको शुद्ध ओर सात्विक भोजन प्राप्त होगा।
यशवीर महाराज के अभियान का विरोध करते हुए मुस्लिम स्कॉलर मोलाना शहासबुद्दीन बरेलवी का कहना है की धर्मगुरु यशवीर महाराज हिन्दू और मुस्लिम पक्षों के दरमियान टकराव कराना चाहते है। उन्होंने आगे कहा की इस तरह के बयान देश को नुकसान पहुचाने वाले है और समाज के ताने बाने को तोड़ने वाले है, समाज का विभाजन करने वाले हैं।