द पब्लिकेट, दिल्ली। 22 जुलाई से शुरू होने वाले बजट सत्र 2024 में सबकी नजरें टिकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का यह पहला पूर्ण बजट होगा, जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को लोकसभा में पेश करेंगी। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को इसकी घोषणा की।
इस बजट से काफी उम्मीदें हैं, खासकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद में दिए गए भाषण के बाद। उन्होंने कहा था कि आने वाले सत्रों में सरकार बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसले लेगी, और कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे।
निर्मला सीतारमण के लिए यह एक और रिकॉर्ड होगा। वह लगातार सातवीं बार बजट पेश करने वाली पहली वित्त मंत्री बनेंगी। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने छह बार बजट पेश किया था।
सीतारमण ने अपने कार्यकाल में बजट प्रक्रिया में कुछ बदलाव भी किए हैं। 2019 में उन्होंने पारंपरिक बजट ब्रीफकेस की जगह राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह वाली ‘बही-खाता’ का इस्तेमाल किया था। हाल ही में, वह बजट पेश करने के लिए बही-खाता में लपेटे टैबलेट का उपयोग कर रही हैं।
इस बजट में आम आदमी को राहत देने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को गति देने वाले कदमों की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि कृषि, रोजगार, और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है। साथ ही, मध्यम वर्ग को टैक्स में छूट मिलने की संभावना भी जताई जा रही है।