CM मोहन यादव ने इमरजेंसी पर बच्चों के लिए सिलेबस में शामिल किया विशेष अध्याय
द पब्लिकेट।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज एक महत्वपूर्ण ऐलान किया है, जिससे बच्चों को भारतीय इतिहास के एक अहम अध्याय की जानकारी मिलेगी। उन्होंने मध्य प्रदेश के स्कूलों में इमर्जेंसी के बारे में एक विशेष चैप्टर शामिल करने का ऐलान किया है, जिसमें बच्चों को 1975 में हुए आपातकाल के दौरान के घटनाक्रम को समझाया जाएगा।
यादव ने इस निर्णय का एलान करते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि वर्तमान पीढ़ी को उनके देश के इतिहास में हुए महत्वपूर्ण संघर्षों की जानकारी मिले। इससे वे राष्ट्रीय और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूक होंगे और देश के भविष्य में भी सकारात्मक भावनाओं का संवाहक बनेंगे।
लोकतंत्र सेनानियों के लिए भी किए बड़े ऐलान
इसके साथ ही, यादव ने आपातकाल के दौरान लड़ने वाले लोकतंत्र सेनानियों के समर्थन में कई सुविधाएं भी घोषित की हैं। आपातकाल के दौरान नागरिक स्वतंत्रता का अनुशासन और लोकतंत्रिक सिद्धांतों का हनन हुआ था। सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों के लिए आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से इलाज पर होने वाले खर्च में कोई देरी नहीं होने की घोषणा की। वे सुनिश्चित करने के लिए कहा कि जिलाधिकारी तीन महीने के भीतर भुगतान का व्यवस्था करेंगे।
उन्होंने बड़े अस्पतालों या महानगरों में इलाज के लिए एयर एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध करवाने का ऐलान किया। उन्होंने एयर टैक्सी सेवा में 25% की छूट भी दी, जिससे आपातकाल विरोधी योद्धाओं को इस सेवा का उपयोग करने में सहायता मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने लोकतंत्र सेनानियों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था में राजकीय सम्मान देने का भी ऐलान किया।
यादव ने लोकतंत्र सेनानियों के परिवारों को अंतिम संस्कार के समय पर दी जाने वाली राशि को भी वृद्धि करने का निर्णय लिया, जिससे उन्हें 10,000 रुपये मिलेंगे। उन्होंने रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने की घोषणा की, ताकि लोकतंत्र सेनानियों के परिवार के सदस्य आत्मनिर्भर बन सकें।
यादव ने इस नए अध्याय को एक महत्वपूर्ण निर्णय के माध्यम से स्वीकार किया है कि इससे बच्चों में देशभक्ति और लोकतंत्र के प्रति सकारात्मक भावना उत्पन्न होगी, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण साधन साबित होगी।
मोहन यादव ने अपने X पर लिखा “आपातकाल के काले अध्याय के हर पहलू को सभी भारतीयों के सामने उजागर करने से भावी पीढ़ियों में राष्ट्र और लोकतंत्र के प्रति सकारात्मक भावना मजबूत होगी। माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी की पहल अत्यंत सराहनीय है।”