द पब्लिकेट। 17 साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बार फिर टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने 29 जून को बारबाडोस में साउथ अफ्रीका को हराकर यह ऐतिहासिक जीत हासिल की।
कल शाम जब टीम भारत लौटी, तो मुंबई में उनका भव्य स्वागत किया गया। वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित एक समारोह में बीसीसीआई ने टीम को 125 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया। लेकिन इस जश्न के बीच कुछ अप्रिय घटनाएं भी सामने आईं।
मुंबई के मरीन ड्राइव पर आयोजित विजय परेड में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान कई प्रशंसक घायल हो गए और कुछ को सांस लेने में दिक्कत हुई। एक प्रत्यक्षदर्शी रवि सोलंकी ने बताया कि भीड़ प्रबंधन में गंभीर कमियां थीं। उन्होंने कहा, “पुलिस स्थिति को संभाल नहीं पा रही थी। लोग एक-दूसरे पर गिर रहे थे और चीख-पुकार मच गई थी।”
एक अन्य प्रशंसक ऋषभ महेश यादव, जो परेड के दौरान बेहोश हो गए थे, ने अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा, “भीड़ इतनी ज्यादा थी कि मैं गिर गया और मेरा दम घुटने लगा। मुझे अस्पताल ले जाया गया।”
इस बीच, कल सुबह टीम इंडिया दिल्ली पहुंची, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। बारबाडोस में हरीकैन के कारण टीम को एक विशेष विमान से वापस लाया गया था।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि जीत का जश्न मनाते समय सुरक्षा और व्यवस्था का ध्यान रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। आने वाले समय में, ऐसे आयोजनों के लिए बेहतर योजना और प्रबंधन की आवश्यकता है ताकि सभी प्रशंसक सुरक्षित रहें और बिना किसी दुर्घटना के अपने चहेते खिलाड़ियों का स्वागत कर सकें।