द पब्लिकेट, तेलंगाना। पूर्व आंध्र प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस नेता धर्मपुरी श्रीनिवास का सुबह 3 बजे, 76 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके परिवार ने बताया कि वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और शनिवार सुबह तीन बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका देहांत हो गया। श्रीनिवास के निधन से उनके परिवार, पार्टी और समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
धर्मपुरी श्रीनिवास ने अपने जीवनकाल में तत्कालीन आंध्र प्रदेश में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। वे मंत्री, सांसद और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके दो बेटे जीवित हैं। उनके दूसरे बेटे, धर्मपुरी अरविंद, वर्तमान में निज़ामाबाद के सांसद हैं, जबकि बड़े बेटे संजय पहले निज़ामाबाद के मेयर रह चुके हैं। परिवार के इन सदस्यों के माध्यम से श्रीनिवास की विरासत और सेवा की भावना जीवित रहेगी।
श्रीनिवास के निधन पर तेलंगाना के परिवहन और बीसी कल्याण मंत्री, पोन्नम प्रभाकर, ने गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रभाकर ने मंत्री और पीसीसी अध्यक्ष के रूप में श्रीनिवास की सेवाओं को याद करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी में श्रीनिवास के साथ लंबे समय तक काम किया है और उनके योगदान को हमेशा सराहा जाएगा। प्रभाकर ने श्रीनिवास के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और ईश्वर से प्रार्थना की कि इस कठिन समय में उनके परिजनों को और अधिक साहस और शक्ति प्रदान करें।
तेलंगाना के पंचायत राज और ग्रामीण विकास (ग्रामीण जल आपूर्ति सहित), महिला और बाल कल्याण मंत्री, दंसारी अनसूया सीताक्का ने भी श्रीनिवास की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्रीनिवास का निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी और उनके अनुयायियों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। सीताक्का ने भगवान से प्रार्थना की कि श्रीनिवास की आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में साहस मिले।
धर्मपुरी श्रीनिवास के निधन से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की राजनीति में एक शून्य उत्पन्न हो गया है। उनके अद्वितीय नेतृत्व, उनकी दूरदर्शिता और उनके समर्पण को हमेशा याद किया जाएगा। उनके योगदान और सेवाओं को सम्मानित करते हुए, हम सभी उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इस कठिन समय में उन्हें शक्ति और धैर्य प्रदान करें।