द पब्लिकेट। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने हाल ही में 20 फर्जी बाबाओं की सूची जारी की है और उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इस सूची में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा जो हाथरस कांड के बाद सुर्खियों में आए, आसाराम बापू, गुरमीत राम रहीम, राधे माँ और निर्मल बाबा का नाम भी शामिल है। परिषद के अनुसार, इन बाबाओं को किसी धार्मिक परंपरा या संप्रदाय से जुड़ा नहीं पाया गया है और ये लोग केवल अपने फायदे के लिए जनता को धोखा देते हैं।
कुंभ मेले में प्रवेश पर प्रतिबंध
अखाड़ा परिषद 18 जुलाई को कुंभ मेला प्रशासन के साथ होने वाली बैठक में इन फर्जी बाबाओं को मेले में प्रवेश न देने का प्रस्ताव रखेगी। परिषद का कहना है कि इन बाबाओं को मेले में भूमि या अन्य सुविधाएं नहीं दी जानी चाहिए ताकि ये अपनी दुकानें न सजा सकें।
सभी अखाड़ों की सहमति
श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज ने बताया कि इन पाखंडी बाबाओं की सूची पर सभी अखाड़ों के प्रतिनिधियों की सहमति बन चुकी है। परिषद ने पहले से ही इन बाबाओं की पहचान कर ली है और इन्हें महाकुंभ में किसी भी प्रकार की सुविधा न देने की मांग की जाएगी।
पाखंडी बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई
हाथरस कांड के बाद अखाड़ा परिषद ने पाखंडी बाबाओं के खिलाफ सक्रिय कदम उठाने का फैसला किया है। महाराज ने कहा कि जो बाबा खुद को त्रिकालदर्शी, भगवान, परमब्रह्म और ईश्वरीय अवतार बताकर जनता को ठगते हैं, उन्हें काली सूची में डाला जाएगा। 18 जुलाई को कुंभ मेला प्रशासन के साथ होने वाली बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि संतों को समाज में अच्छे संस्कार और मर्यादा का वातावरण पैदा करना चाहिए, न कि अंधविश्वास और पाखंड का जाल बिछाकर लोगों को गुमराह करना चाहिए।
जनता को चेतावनी
अखाड़ा परिषद ने जनता से अपील की है कि वे इन फर्जी बाबाओं से सावधान रहें और इनके जाल में न फंसें। परिषद का उद्देश्य लोगों को इन धोखेबाजों से बचाना और समाज में धर्म के सही मूल्यों को बढ़ावा देना है।