द पब्लिकेट, इंदौर। तलाख़शुदा महिला और उसके बच्चे के साथ जिहादी ने धर्म बदलकर नो साल तक प्रताड़ित किया। जिहादी ने श्याम नाम से महिला से दोस्ती कर दुष्कर्म किया। पता न चले इसलिए मंदिर भी गया। कलावा भी पहना, लेकिन असलियत तब सामने आई जब जिहादी ने महिला के बच्चे को जबरदस्ती मदरसे ले जाकर खतना करा दिया। इसमें जिहादी का भाई और पिता भी शामिल है। प्रताड़ित महिला ने कुछ दिन पहले खजराना थाने में जिहादी शाहनवाज पटेल के खिलाफ मामला दर्ज कराया तो वहीं, कल महिला ने जिहादी शाहनवाज पटेल सहित भाई सोहेल पटेल और पिता सलीम पटेल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

हिंदूवादी कृष्णा ने बताया पीड़िता महिला किराए के मकान में रहती है। 2011 में उसका पति से तलाख हो चुका है, लेकिन उससे उसकी एक बेटी और बेटा है। 2016 में महिला की मुलाकात जिहादी शाहनवाज एमटीएच कंपाउंड में हुई थी। जिहादी ने श्याम बनकर महिला से दोस्ती की। दोनों के बीच काम से सिलसिले में बात होने लगी। जिहादी इतना शातिर था कि वह कलावा भी पहनता था, इसलिए महिला उससे पहचान न पाई। जिहादी ने महिला से कई बार शादी का झांसा देकर दुष्कर्म भी किया। महिला को एक दिन जब उसकी सच्चाई बता चली तो उसने विरोध किया इसपर वह उसे बुर्खा पहनने और धर्म बदलने का दबाव बनाने लगा। नहीं मानी तो जान से मारने की धमकियां देता था। कुछ समय पहले महिला के 14 वर्षीय बेटे को प्राइवेट पार्ट में दिक्कत हुई तब जिहादी, बड़ा भाई सोहेल और पिता सलीम उसे इलाज के बहाने देवास के एक मदरसे ले गए। करीब 6 महीने बाद बेटा वापस मुस्लिम पहवाने के वापस आया। बेटे का जब प्राइवेट पार्ट देखा तो वाह काटा हुआ था। उसमें से खून निकल रहा था। महिला को शंका होने पर उसने जिहादी से कारण पूछा तो वह बोला की इलाज करवा दिया है। थोड़े दिन बाद बेटे ने महिला को आपबीती बताई। वह जिहादी के चुंगल से निकलना चाहती थी लेकिन डर और कारण वह चुप रही। थोड़े दिन पहले महिला के बेटे ने बजरंगियों से संपर्क कर घटना बताई जिसपर कृष्णा वाघ सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने जाकर श्याम को रंगे हाथों पकड़ा और महिला के साथ जाकर खजराना थाने में शिकायत करवाई।

ओंकारेश्वर और बगलामुखी में गया था जिहादी
महिला ने बताया जिहादी उसके साथ ओंकारेश्वर और बगलामुखी भी गया। जिहादी ने उसके साथ ओंकारेश्वर मंदिर की परिक्रमा भी की थी। वह ऐसे रहता था जैसे हिंदू हो इस कारण महिला उसे पहचान नहीं पाई। जिहादी ने बगलामुखी जाकर महिला के साथ हवन भी किया।

मदरसे में सिखाते थे मूर्तियां भूत-प्रेत है
बताया जा रहा है जब पीड़िता के बेटे को मदरसे भेजा तो वहां पर सुबह 4 बजे उठाकर नमाज पढ़ाई जाती थी। हाथ ऊपर न करने पर डंडों से हाथों में मारा जाता था। हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां के बारे में कहा जाता था कि मूर्तियां भूत-प्रेत है। सिर्फ अल्लाह को पूजो जन्नत मिलेगी।
