द पब्लिकेट, इंदौर। शहर में अवैध रूप से चल रहे ब्याजखोरी के धंधे का कारनाम सामने आया है। एमआईजी थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक को सूदखोर की दबंगई का शिकार होना पड़ा। सूदखोर ने मदद के नाम पर युवक से गहने तो गिरवी रख लिए, लेकिन बाद में रकम लौटाने पर भी गहने वापस नहीं किए।
पीड़ित आकाश पिता मंगल सिंह सूर्यवंशी निवासी नेहरू नगर ने आरोप लगाया कि उन्होंने कुछ समय पहले जगजीवन रामनगर में रहने वाले सक्षम ठाकुर को पैसों की आवशकता पड़ने पर जेवरात दिए थे, लेकिन समय पर पैसा लौटाने के बाद भी ब्याजखोर सक्षम ने गहने हड़प लिए। जब आकाश ने गहने वापस मांगे तो सूदखोर ने खुलेआम दबंगई दिखाते हुए कहा – “मैंने जवाहरात बेच दिए, जो बने कर ले… कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।”
पीड़ित आकाश ने एमआईजी थाने में शिकायती आवेदन देकर बताया कि 19 सितंबर के दिन सक्षम ठाकुर से चैन और झुमके रखने गिरवी रहकने की बात हुई थी। ब्याजखोर सक्षम ने आकाश को लाल गाली भेजा और प्रणय चौधरी नाम के व्यक्ति को सुनार बताकर आकाश से गहने गिरवी रखवा दिए। थोड़ी देर बाद आकाश के अकाउंट में मीणा ज्वैलर्स के अकाउंट से एक लाख रुपए आए और बाकी दो लाख 35 हज़ार रुपए सक्षम ठाकुर ने एग्रीमेंट के बाद देने की बात कही थी। शाम को एग्रीमेंट होने पर सक्षम बाकी राशि लेकर चला गया। इसपर जब राशि देने को बात कही तो धमकाने लगा। कहने लगा जो कर सके कर लेना, तेरे जेवरात बेच दिए है, पुलिस भी कुछ नहीं बिगाड़ सकती। अगर मामला थाने पहुँचा तो बोल दूँगा की तेरे पैसे और जेवर दे दिए है।

