द पब्लिकेट, इंदौर। मेडिकैप्स यूनिवर्सिटी की तेज रफ्तार बस से दो लोगों की जान ले ली, कई लोगों को घायल किया और वाहनों को नुकसान पहुंचाया। इसमें मेडिकैप्स कॉलेज प्रबंधक की बड़ी लापरवाही सामने आई। घटना के बाद कॉलेज के छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीतियां बताई। हादसे के बाद मल्हारगंज पुलिस ने आरोपी बस ड्राइवर जीवनसिंह ठाकुर को देर रात गिरफ्तार कर लिया है।
कल शाम करीब चार बजे बड़ा गणपति चौराहे से अंतिम चौराहे जाने वाली सड़क पर हादसा हो गया। सैकड़ों छात्रों को ले जा रही मेडिकैप्स कॉलेज की तेज रफ्तार बस (MP 04 YJ 5064) ने भरे ट्रैफिक में कई वाहनों और स्कूली छात्राओं को जोरदार टक्कर मारी जिसमें सॉफ्टवेर इंजीनियर एकांश पंडया और 12वीं कक्षा की छात्रा मानसी श्रीवास की मौके पर मौत हो गई। बताया जा रहा है अनियंत्रित बस ने पहले कार (MP 09 WH 6111) को टक्कर मारी जिसके बाद एक्टिवा से जा रहे सॉफ्टवेर इंजीनियर एकांश पंडया को चपेट में लिया। बस यहां भी नहीं और उसने अन्य कार (MP 09 DN 9998) को टक्कर मारी। फिर आगे साइकिल से जा रही स्कूली छात्राओं को भी टक्कर मारी, जिसमें छात्रा मानसी श्रीवास, सोहनी ठाकुर और खुशी करोसिया को जमकर टक्कर लगी। लेकिन छात्रा मानसी श्रीवास टायर के बीच फंस गई थी। हादसा देख रहवासी और अन्य लोग की भीड़ लग गई जिसे देख ड्राइवर और कंडक्टर भाग निकले। लोगों ने एम्बुलेंस बुलाकर सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मौके के वीडियो सामने आए है जिसमें ऑटो और कार क्षतिग्रस्त हुए है। घटना के बाद मल्हारगंज पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मेडिकैप्स यूनिवर्सिटी की लापरवाही की भी जांच कर रही है।

बेसुध था बस ड्राइवर
घटना के बाद वारदात वाली बस में बैठे छात्रों ने सोशल मीडिया पर बताया कि अन्नपूर्णा चौराहे पर भी बस डिवाइडर में घुस गई थी। गंगवाल बस स्टैंड आते ही ड्राइवर ने अचानक बस की रफ्तार तेज कर दी। छात्रों ने बस की गति धीमी करने का बोला लेकिन ड्राइवर बेसुध था। वह बस चलाने के दौरान गिर-पड़ रहा। होश में नहीं थी। कई छात्र यह भी बता रहे है कि ड्राइवर को चक्कर आ रहे थे।

30 हजार देने के बाद भी यूनिवर्सिटी से नहीं मिली सुविधा
इस घटना के बाद छात्रों ने भी मेडिकैप्स यूनिवर्सिटी को घेरना शुरू किया है। व्हाट्सएप पर छात्र मेसेज वायरल कर रहे है, जिसमें लिखा है कि 30 हजार देने के बाद भी प्रबंधक बस नहीं बड़ा रहा। छात्रों को ठुस-ठुस कर बस के बैठना पड़ता है। इस मामले में यूनिवर्सिटी ने आज अवकाश घोषित किया है।


