द पब्लिकेट, इंदौर। दिल्ली में हुए ब्लास्ट की खबर पर इंदौर पुलिस भी अलर्ट मोड पर थी। इसी बीच एक युवक की खजराना इलाके में हत्या हो गई। बदमाशों ने पुरानी रंजिश को लेकर युवक को बेहरहमी से इस कदर पीटा कि उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मामले में खजराना पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है मृतक हर्ष गुप्ता ने सालभर पहले आरोपी ऋषभ मिश्रा की गर्लफ्रेंड को टास्कस में कमेंट किया था जिसका बदला लेने के लिए आरोपी ऋषभ ने दोस्तों के साथ मारपीट कर दी।
मृतक हर्ष गुप्ता की बहन विशुध ने द पब्लिकेट को बताया कि हर्ष को टास्कस में नौकरी के लिए बुलाया था। 40 हज़ार की सैलरी में उसकी जॉब लग गई थी। वह खुश था और अपने दोस्त पीयूष के साथ साईं कृपा इलाके में पानी पुरी खाने गया था। तभी वहां पर अचानक टास्कस में नौकरी करने वाला ऋषभ मिश्रा अपने दोस्त आदित्य, रितुल, प्रतीक, सनी शिवहरे सहित अन्य को लेकर आया जिन्होंने हर्ष के सिर पर रॉड से वार दिए। बदमाशों ने उसे जमकर पीटा और भाग निकले। घायल अवस्था में हर्ष दोस्त पीयूष के साथ पहले निजी अस्पताल इलाज कराने पहुंचा जिसके बाद खजराना थाने रिपोर्ट करवाने पहुंचा तो पुलिस ने उसे मेडिकल ओए लिए एमवाय अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान उसे अचानक चक्कर आए और वहीं उसने दम तोड़ दिया।

गर्लफ्रेंड से मजाक करने पर हुई थी रंजिश
जानकारी के अनुसार आरोपी ऋषभ मिश्रा और मृतक हर्ष गुप्ता पहले साथ में टास्कस में ही नौकरी करते थे। दोनों में दोस्ती थी, लेकिन करीब सालभर पहले ऋषभ की गर्लफ्रेंड के साथ हर्ष ने मजाक कर दिया था, जिसके बाद दोनों के बीच बातचीत बंद हो गई थी। थोड़े दिन पहले हर्ष को टास्कस से नौकरी के लिए कॉल्स आए तो वह इंटरव्यू देने गया था। बाहर आते ही उसके साथ मारपीट हो गई।
माँ को बोला था पैसे की जरूरत है
बहन विशुध ने बताया कि वह मुंबई में रहती है। रात करीब 10 बजे माँ ने कॉल कर बताया की हर्ष के साथ मारपीट हुई है उसे पैसों की जरूरत है। थोड़ी देर बाद करीब 11 बजे पिता ने कॉल कर बताया की हर्ष नहीं रहा। इसपर विशुध ने तुरंत हर्ष के दोस्तों को कॉल किया तो पता चला कि अस्पताल में उसकी मौत हुई।

दो बहनो में एक भाई था हर्ष
बहन विशुध ने बताया कि वह मुंबई में रहती है। पति नेवी में है। बड़ी बहन शादी के बाद से राजस्थान में है। माता-पिता रतलाम रहते है। करीब सालभर पहले पिता की हालत खराब हुई तो हर्ष जयपुर से नौकरी छोड़कर उनकी सेवा में लग गया था। फरवरी माह में वह वापस इंदौर आकर रह रहा था।

