द पब्लिकेट, इंदौर। बोहरा समाज के धर्म गुरु आली कदर डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दी के कार्यक्रम के कारण गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ड्रीम कैचर्स गर्ल्स हॉस्टल में जहां सिर्फ युवतियों को ठहरने की अनुमति है वहीं, हॉस्टल संचालक अपनी जेब गर्म करने के लिए छात्राओं से बात किए बिना बोहरा समाज के लोगों को ठहरने की जगह दे रहा है। इससे छात्राएं असुरक्षित महसूस कर रही है। समाज के लोगों को अचानक देख छात्राओं ने हॉस्टल में विरोध किया लेकिन कोई हल नहीं निकला। आपकी बता दें, स्कीम नंबर 103 स्थित ड्रीम कैचर्स गर्ल्स हॉस्टल में यह पूरा मामला संचालित हो रहा है, जिससे छात्राओं ने सोशल मीडिया पर हॉस्टल में असुरक्षित होने के मेसेज शुरू कर दिए है।

राजेंद्र नगर इलाके के केसरबाग में बनी छह माले की बिल्डिंग में मालिक नितेश जैन ड्रीम कैचर्स गर्ल्स हॉस्टल संचालित करता है। बिल्डिंग उसकी खुद की है। 27 जून से 5 जुलाई तक ट्रांसपोर्ट नगर में बोहरा समाज के धर्म गुरु आली कदर डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दी का कार्यक्रम चल रहा है। इसके चलते समाज के सेकड़ों श्रद्धालु उनके प्रवचन सुनने अलग-अलग शहरों से पहुंचे है, कार्यक्रम आयोजनों ने श्रद्धालुओं की ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं बनाई जिसके चलते श्रद्धालु होटल, किराए का मकान और होस्टल्स लेकर ठहर रहे है। ड्रीम कैचर्स गर्ल्स हॉस्टल में करीब पांच दिन पहले जब अचानक बोहरा समाज के सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे तो हॉस्टल की छात्राएं घबरा गई। समाज के लोगों में महिला तो ठीक पुरुष और बच्चे भी थे जिनसे छात्राओं की असुरक्षित महसूस हुआ। इसका विरोध छात्राओं ने हॉस्टल में ग्रुप पर किया। उनका कहना था कि समाज के लोगों ने महिला ठीक है पर पुरुष होने से हमें समस्या है। इस बात पर हॉस्टल के ग्रुप पर चर्चा भी हुई लेकिन संचालक नितेश जैन ने किसी को बाहर नहीं किया। वहीं, बहाना दिया कि सब परिवार के लोग है। नितेश जैन जैन धर्म से तालुख रखते है, उसके बाद भी वह बोहरा समाज के लोगों को मोटी राशि पाने के लिए पनाह दे रहे है। एक छात्रा ने द पब्लिकेट को बताया कि समाज के लोगों के आने से हॉस्टल का माहौल खराब हो रहा है। वह किसी भी स्तिथि में कमरे से बाहर आ जाते है। रातभर हॉस्टल में शोर शराबा होता है जिससे पढ़ाई में भी परेशानी होती है। इनकी आड़ में कई छात्राएं नाईट आउट पर निकल रही है, जो गलत है। वीडियोज भी समाने आए है जिसमें साफ दिख रहा है कि समझ के लोग कैसे हॉस्टल में रह रहे है।

संचालक बोला सब परिवार के लोग है बोहरा समाज
द पब्लिकेट ने इस मामले में गर्ल्स हॉस्टल संचालक नितेश जैन से बात की तो उसने बताया की हमने पहले ही छात्राओं को बता दिया था कि बोहरा समाज के लोग आने वाले है। हॉस्टल में इतने पर्यापात कमरे है की और भी लोग ठहर सकते है। गर्ल्स हॉस्टल है तो क्या हुआ हमारी बिल्डिंग में हम किसी को भी ठहरा सकते है। हम तो सिर्फ समझ के लोगों की मदद कर रहे है। मेरी जीम भी उसी बिल्डिंग में है, जहां पर कई पुलिस अधिकारी और क्राइम ब्रांच के किग जिम करने आते है।

सिंधी कॉलोनी में हुआ था बोहरा समाज का विरोध
बताया जा रहा है कार्यक्रम अटेंड करने के लिए बोहरा समाज के लोग ठहरने की व्यवस्था के लिए सिंधी कॉलोनी पहुंचे थे। यहां पर एक व्यक्ति ने पैसे कमाने के लिए एक घर किराए पर दे दिया था, जिसका पता चलते ही कॉलोनी के लोगों ने विरोध कर मकान खाली कराया था।