कड़ी सुरक्षा और सख्ती के बीच कैसे पेपर हो गया लीक ?

इंदौर। DAVV में एक माह पहले पेपर लीक का मामला सामने आया था, जिसमें एक प्रोफेसर की भूमिका सामने आई थी। इन सबके बाद भी पेपर लीक का मामला थमा नहीं है। असल में, 4 अगस्त के दिन MBA के चौथे सेमेस्टर का फाइनेंस का पेपर एक छात्र नेकॉलेज के निजी व्हाट्सएप ( सोशल मीडिया )  ग्रुप पर परीक्षा होने के 10 मिनट पहले डाल दिया था। इसके सभी साक्ष्य पब्लिकेटके पास सुरक्षित है। मामले में एग्जाम कंट्रोलर आशेष तिवारी छात्र पर करवाई करेंगे।

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) की MBA के चौथे सेमेस्टर के फाइनेंस डेरीवेटिव्स एंड रिस्क मैनेजमेंट की परीक्षा 4 अगस्त कोथी। परीक्षा का समय 11 बजे का था लेकिन इसी बीच शिवजीराव कदम प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान ( SKITM ) के छात्रों के एकनिजी ग्रुप पर अमन पाटीदार नाम के छात्र ने 10:52 पर पेपर डाल दिया। इसकी जानकारी एक छात्र को लगी और उन्होंने तुरंत पब्लिकेट से सम्पर्क कर मामला बताया। खास बात यह की SKITM कॉलेज के छात्रों का सेंटर मालवा इंस्टिट्यूट और टेक्नोलॉजी ( MIT ) में आया था। जहां पर 4 अगस्त को पेपर देने के बाद सभी छात्रों के क्वेश्चन पेपर ( परीक्षा पत्र ) वापस ले लिए गए, जबकि परीक्षा का प्रश्न पत्र वापस नहीं लिया जाता है। सूत्रों ने बताया की पेपर लीक होने की जानकारी मालवा इंस्टिट्यूट और टेक्नोलॉजी केप्रोफेसर को थी, लेकिन उन्होंने मामला दबा दिया। और इसी कारण से सभी छात्रों से प्रश्न पत्र वापस ले लिया गया। पब्लिकेट ने जब मामले की जानकारी के लिए छात्र अमन से बात की  तो उसने बताया की उसके किसी दोस्त ने ग्रुप पर फोटो डाल दिया था और बाद में चैट्स डिलीट कर दिए।


अगर
यह जानकारी सही है तो हम छात्र पर पुलिस केस कर जेल भेजेंगे। हमारे द्वारा भी छात्र पर कड़ी करवाई की जाएगी।

आशेष तिवारी, एग्जाम कंट्रोलर, DAVV

 

 

हमारे पास अभी तक किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आई है।

सुमित खुराना, HOD, शिवजीराव कदम प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान ( SKITM )

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