द पब्लिकेट, इंदौर। शराब ठेकेदार और क्लब संचालक भूपेन्द्र रघुवंशी ने कल रात जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड करने से पहले भूपेंद्र ने चार पेज का सुसाइड नोट भी लिखा था जिसमें उन्होंने इति तिवारी और शिवांगी तिवारी के कारण आत्महत्या करने की बात लिखी है। मामला हनीट्रैप का बताया जा रहा है, क्योंकि इति तिवारी भूपेंद्र को केस में फंसाने धमकी देती थी। दो साल में उसने भूपेंद्र से करीब 25 लाख रुपए ऐंठ लिए थे। फिलहाल अन्नपूर्ण पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अन्नपूर्ण थाना प्रभारी अजय नायर ने बताया कल रात भूपेंद्र पिता लक्ष्मीनारायण रघुवंशी निवासी भवानीपुर ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सुबह माता ने भूपेंद्र को गंभीर हालत में देखा तो पत्नी को जानकारी दी। उन्होंने ड्राइवर को बुलाया और अस्पताल लेकर पहुंची लेकिन जहां डॉक्टर ने भूपेंद्र को मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है भूपेंद्र रघुवंशी का पहले विजय नगर इलाके में सतगुरु परिणय स्थित बिल्डिंग में पिचर्स क्लब था। वह शो-शा क्लब और मिस्टर स्कल के भी संचालक थे। हालही में उन्होंने कहानी नाम से रेस्टोरेंट खुला था लेकिन ब्लैकमेलिंग से परेशान होने के कारण उन्होंने रेस्टोरेंट बन कर दिया था।
भूपेंद्र की दो साल पहले क्लब में इति तिवारी से दोस्ती हुई थी। इति दिल्ली में नौकरी करती थी। उसका पति भी है लेकिन भूपेंद्र से संपर्क में आने के बाद वह आए दिन इंदौर आ जाती थी। भूपेंद्र के साथ ही रहती थी। उस दौरान दोनों के बीच विवाद भी होता था। इति भूपेंद्र से पैसों की डिमांड करती थी और वह उनसे करीब 25 लाख रुपए तक ले चुकी थी। इसके बाद भी फ्लैट और कार की डिमांड कर रही थी, जिसके करण वह परेशान थे। उन्होंने अपने वकील मित्र से कुछ समय पहले इससे बाहर निकलने के लिए बात भी की थी, लेकिन थोड़े समय बाद दोनों के बीच सारा मामला शांत हो गया था।


भूपेन्द्र ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट भी छोड़ा जिसमें उन्होंने इति तिवारी और बड़ी बहन शिवानी तिवारी के करण प्रताड़ित होने की बात लिखी है। नोट में लिखा है कि इति आए दिन लड़ती थी। ड्राइवर के सामने भी गालियां देती थी। जब वह अपनी पत्नी को मुंबई छोड़कर आए थे तो उसके बाद भी इति ने भूपेंद्र से कार में विवाद किया था।





