द पब्लिकेट, झांसी। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में देर रात दुखद घटना हो गई। अस्पताल के शिशु वार्ड (एनआईसीयू) में आग लगने से 10 नवजातों की मौत हो गई। जबकि बाकी नवजातों को लोगों ने गोद में उठाकर बाहर निकला। हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से 12 घंटे में रिपोर्ट मांगी है। 

महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में शुक्रवार देर रात अचानक लग गई। बताया जा रहा है आग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में लगी थी जिसके कारण वह जल्द पूरे कमरे में फ़ैल गई। जिस कमरे में आग लगी वहां पर तकरीबन 55 नवजात थे, जिसमें से 10 नवजातों की मौत हो गई। वहीं, अन्य का इलाज चल रहा है। आग लगते ही पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। कुछ परिजन अपने नवजात को ढूंढने के लिए जब आग लगे कमरे में घुसे तो दंग रह गए। पूरे कमरे में आग लगी थी, जिसका धुआं अस्पताल के बाहर तक आ रहा था। मौके पर कुछ ही देर में दमकलकर्मियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया और सभी नवजातों की बाहर निकाला। 

सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक को झांसी के लिए रवाना किया था। उनके साछ प्रमुख स्वास्थ्य सचिव भी हैं। सीएम योगी ने घटना की जांच रिपोर्ट 12 घंटे में देने को कहा है। कमिश्नर और डीआईजी हादसे की जांच कर रहे हैं। जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। 

आग की चपेट में आने से 10 बच्चों की मौत हो गई है जबकि वार्ड में लगभग 54-55 बच्चे भर्ती थे। बाकी बचाए गए बच्चों का इलाज जारी है। 

-बिमल कुमार दुबे, मंडलायुक्त

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहौर ने बताया कि एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर आग लग गई। आग बुझाने के प्रयास किए गए लेकिन चूंकि कमरा अत्यधिक ऑक्सीजनयुक्त था, इसलिए आग तेजी से फैल गई। कई बच्चों को बचा लिया गया। 10 बच्चों की मौत हो गई। घायल बच्चों का इलाज चल रहा है।

सचिन माहौर, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक 

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