- कॉलेज की छात्राओं को देर रात में कॉल और बैड टच करता था पापी प्रोफेसर जुबैर खान
- प्रेस्टीज कॉलेज की जांच कमिटी ने भी जुबैर की हरकतों पर की थी कड़ी निंदा
द पब्लिकेट, इंदौर। प्रेस्टीज कॉलेज के पापी प्रोफेसर जुबैर खान के खिलाफ द पब्लिकेट ने खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद कॉलेज ने उसके खिलाफ जांच कमिटी बनाई थी। कमिटी ने उसकी हरकतों के बारे में जानकारी जुटाई तो कई और भी मामले सामने आए, जिनको देखते हुए जब कमिटी ने उससे जवाब मांगा तो वह नहीं दे पाया। कमिटी ने साफ कह दिया कि हम आपको कॉलेज से निष्कासित करें इससे पहले आप खुद कॉलेज से निकल जाए। इसपर शर्म के मारे पापी प्रोफेसर जुबैर खान ने खुद कॉलेज से रिजाइन का लैटर दे दिया। अब प्रेस्टीज कॉलेज में पापी प्रोफेसर नहीं दिखेगा। यह जानकारी कॉलेज के प्रोफेसर एस.एस. भरकर ने दी।
प्रेस्टीज कॉलेज के ग्रुप डायरेक्टर एस.एस. भरकर ने द पब्लिकेट को बताया जुबैर खान के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद जांच कमिटी बनाई थी। जांच के दौरान जब जुबैर से छात्राओं की शिकायतों के बारे में पूछा तो उसका कहना था कि वह इवेंट के सिलसिले में छात्राओं को कॉल करता था। छेड़छाड़ की बात पर वह सीधे मुकर गया। लेकिन जुबैर की एक इवेंटो नाम की इवेंट कंपनी थी, जिसे वह खुद संचालित करता था। जबकि यह सरासर गलत है। कॉलेज का यह रूल है कि अगर आप प्रेस्टीज में फैकल्टी हो तो आप कहीं और कार्य नहीं कर सकते। बावजूद वह बिना बताए इवेंटों कंपनी संचालित कर रहा था। पत्रिकारिता विभाग के स्टूडेंट्स से इंटर्नशिप के नाम पर खुद की पर्सनल इवेंट कंपनी में काम करवाता था। जिसके चलते जुबैर को साफ कह दिया की आप खुद कॉलेज से निकल जाओ, नहीं तो हमें आपको निष्कासित करना पड़ेगा। इसपर उसने 10 अक्टूबर को कॉलेज में रिसाइज का लैटर दिया जिसे कॉलेज ने अप्रूव कर दिया। वहीं, कॉलेज के नोटिस बोर्ड पर नोटिस भी लगा दिया है कि किसी का भी जुबैर खान से कोई हिसाब बकाया हो तो बता दें। जांच कमिटी ने जुबैर को तीन बार पूछताछ के लिए कॉलेज बुलाया था। वहीं, जुबैर खान के निकालने के बाद पत्रिकारिता विभाग (BAJMC) की नई HOD डॉक्टर निधि शर्मा की बनाया है।
गौरतलब है, प्रेस्टीज कॉलेज के पत्रिकारिता विभाग (BAJMC) के HOD डॉक्टर जुबैर खान से छात्राएं बचती थी। वह छात्राओं को रात में कॉल करता था। बाद टच करता था। स्टूडियो रूम में अकेले मिलने बुलाता था। इसकी शिकायत एक छात्रा ने कॉलेज प्रबंधक को की थी लेकिन कार्रवाई न होने पर द पब्लिकेट को आपबीती बताई। द पब्लिकेट ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी ने नाते खबर प्रकाशित की जिसके बाद खबर पूरे कॉलेज में आग की तरह फैली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी पापी प्रोफेसर जुबैर खान के खिलाफ कॉलेज में प्रदर्शन कर उसे कॉलेज से निकालने की मांग की थी। जिसपर कॉलेज की जांच कमिटी ने जांच के लिए 45 दिन का समय मांगा था।