द पब्लिकेट, इंदौर। प्रेस्टीज कॉलेज के पापी प्रोफेसर जुबैर खान का कल बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाया जिसमें छात्राओं ने उसकी तस्वीर पर चप्पलें मारी। इसके बाद हिंदूवादी पीड़ित छात्राओं के साथ थाने पहुंचे और जुबैर के खिलाफ आवेदन दिया। द पब्लिकेट ने बीते दिनों में “प्रोफेसर जरा सम्भाज जाओ, इमोशन अत्याचार कर छात्राओं को मत लुभाओ” शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कॉलेज में प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद जुबैर को कॉलेज से सस्पेंड कर दिया था।
प्रेस्टीज कॉलेज के पत्रिकारिता विभाग (BAJMC) का HOD डॉक्टर जुबैर खान छात्राओं को देर रात में कॉल करता था। उनको बहाने से छुने का प्रयास करता था, जिससे बहुत से छात्राएं परेशान थी। एक छात्रा ने कॉलेज में जुबैर के खिलाफ आवेदन भी दिया लेकिन कोई निराकरण नहीं निकला। इसके बाद पीड़ित छात्रा ने द पब्लिकेट को आपबीति बताई जिसपर हमनें बेबाकी से “प्रोफेसर जरा सम्भाज जाओ, इमोशन अत्याचार कर छात्राओं को मत लुभाओ” शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसपर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पापी प्रोफेसर जुबैर के खिलाफ प्रदर्शन कर उसे हटाने की मांग की थी। मामला उजागर होने के बाद कॉलेज ने जांच कमिटी बनाई थी लेकिन एबीवीपी ने अप्पति ली थी। जिसके बाद कॉलेज प्रबंधक ने मामला प्रेस्टीज कॉलेज की उच्चस्तरीय कमिटी को सौपा, जिन्होंने जांच केलिए 45 दिन का समय मांगा था। तक तक के लिए जुबैर को कॉलेज से सस्पेंड किया था। इस मामले में कोई उचित कार्रवाई नहीं होने पर कल बजरंग दल के कार्यकर्ता कॉलेज पहुँचे और उसका पुतला जलाया। पुतले में जुबैर खान की फोटो भी लगाई थी जिसपर छात्राओं ने आक्रोशित होकर चप्पलें मारी। मामले में बाद कार्यकर्ता पीड़ित छात्राओं को लेकर थाने पहुंचे और शिकायत की। छात्राओं ने जुबैर के खिलाफ थाने में लिखित आवेदन दिया है।