द पब्लिकेट। 10 साल पहले मन की बात का प्रारंभ , 3 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 114 ‘वे’ ‘मन की बात कार्यक्रम ‘में इसे एक पवित्र संयोग बताते हुए तो कहते हैं कि 3 अक्टूबर को जब मन की बात के 10 वर्ष पूरे होंगे तब, नवरात्रि का पहला दिन होगा ।
केसे हुई शुरुआत ……?
कार्यक्रम का प्रारंभिक स्तर बहुत ही सरल था, जिसमें मोदी जी ने आम जनता से जुड़ने के लिए अपने अनुभव साझा किए और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने आसपास के मुद्दों पर ध्यान दें और सक्रियता से भाग लें। प्रारंभ में,यह कार्यक्रम हर महीने एक बार प्रसारित होता था, जिसमें प्रधानमंत्री विभिन्न मुद्दों पर बात करते थे, जैसे कि स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, और सामाजिक बदलाव।
इस कार्यक्रम ने धीरे-धीरे लोगों के बीच एक संवाद स्थापित किया और इसे बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। आज यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है जहाँ लोग अपनी बात कह सकते हैं और समाज में बदलाव लाने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री और आम जनता के बीच संवाद स्थापित करना है। इसमें प्रधानमंत्री विभिन्न सामाजिक मुद्दों, विकास कार्यों और सरकारी योजनाओं पर चर्चा करते हैं।
यह कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को दूरदर्शन, ऑल इंडिया रेडियो और विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित होता है। हर एपिसोड में प्रधानमंत्री एक या एक से अधिक विषयों पर बात करते हैं, जैसे कि स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे।कार्यक्रम में लोगों से सुझाव और विचार आमंत्रित किए जाते हैं। लोग अपने अनुभव और विचार साझा कर सकते हैं, जो प्रधानमंत्री द्वारा चर्चा के लिए चुने जाते हैं।
कभी-कभी कार्यक्रम में विशेष अतिथियों को भी आमंत्रित किया जाता है, जो अपने अनुभव और विचार साझा करते हैं। प्रधानमंत्री कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को प्रेरित करते हैं कि वे अपने समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सक्रिय रूप से भाग लें।
‘मन की बात’ कार्यक्रम में अक्सर नई योजनाओं और पहलुओं की घोषणा की जाती है। उदाहरण के लिए स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल इंडिया, और आत्मनिर्भर भारत योजना।
कार्यक्रम में जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया जाता है, जिसमें लोगों को अपने आसपास के पर्यावरण की देखभाल करने और जल का सही उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके अलावा, महिला सशक्तिकरण के लिए भी कई नई योजनाओं की चर्चा की जाती है, जो महिलाओं को शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करने पर केंद्रित होती हैं।
यह कार्यक्रम एक संवादात्मक मंच है, जो लोगों को सरकार के साथ जोड़ता है और सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाता है।