द पब्लिकेट से संवाद के दौरान बोले – “बच्चे लोग कर हैं टीआरपी
द पब्लिकेट से विनीता पाटीदार, इंदौर। गरबा पंडाल में होने वाली धर्म विरोधी घटनाओं को मद्दनेनजर रखते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने एक एसी टिप्पणी की जो विवादित हो गई। कांग्रेस के विवेक खंडेलवाल ने चिंटू वर्मा के बयान के बाद पलटवार किया। इस मामले में द पब्लिकेट टीम की विनीता पाटीदार ने चिंटू वर्मा से खास चर्चा की जिसपर वह हिचकिचाते हुए बोले की वीडियो जारी कर दिया है। वहीं, टीआरपी के प्रश्न का हस्ते हुए उत्तर दिया कि टीआरपी तो बच्चे करते है, मेरे लिए यह आस्था का विषय है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यहाँ ‘बच्चे’ कहने के पीछे उनका क्या आशय है?
द पब्लिकेट की रिपोर्टर विनीता पाटीदार की चिंटू वर्मा से संवाद के कुछ अंश :
रिपोर्टर : आपका इस बयान देने के पीछे का तात्पर्य क्या है?
चिंटू वर्मा : मैंने विडियो जारी कर दिया है।
रिपोर्टर : क्या आप स्वयं गोमूत्र का सेवन कर सकते हैं?
चिंटू वर्मा : जी,हाँ। मैं यह प्रतिदिन करता हूँ। मेरी खुद की गौशाला है, जिसमें बारह गऊ है।
रिपोर्टर : कांग्रेस का ऐसा बयान आया है कि यह कथन आपने टी आर पी के लिए दिया है, इस पर आप क्या कहना चाहेंगे ?
चिंटू वर्मा : टीआरपी इसे थोड़ी कहते है, यह तो अस्था का विषय है ,यह तो बच्चे लोग टीआरपी के लिए कर रहें है।
यह है पूरा मामला..
भाजपा जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा अपने कल दिए हुए बयान से पीछे हट गए है। उन्होंने कहा था ‘गोमूत्र आचमन करने पर ही हो गरबा पंडाल में एंट्री। इसपर कांग्रेस ने कई सवाल उठाए और उन्हें गोमूत्र की छः बोतले भी भेजी। जिसके बाद चिंटू वर्मा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि “कल जो मैंने कहा था वह बहुत पवित्र मन के साथ कहा था, लेकिन उस कथन को क्रांग्रेस ने एक विवाद का रूप दे दिया। फिर उन्होंने कहा कि सबकी अपनी-अपनी धार्मिक मान्यताएँ रहतीं है और हमारा भारत देश सर्व धर्म समभाव वाला देश है। उन्होंने कहा यह मेरे व्यक्तिगत विचार थे, कहीं कोई अनिवार्यता नहीं थी। वर्मा ने कहा मेरे व्यक्तिगत विचार को विवाद को रूप नहीं देना चाहिए, यह मेरे पवित्र मन और आस्था से जुड़ा हुआ विचार है। मैंने पवित्रता के साथ अपनी धार्मिक आस्था को व्यक्त किया। यह वाद-विवाद का विषय नही है, आस्था का विषय है।”