द पब्लिकेट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 सितंबर 2024 को ब्रुनेई दौरे के लिए रवाना हुए। उनका यह दौरा एक दिन का है। इसके बाद वह 4 सितंबर को सिंगापुर के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना होंगे। पीएम मोदी का ब्रुनेई और सिंगापुर का ये तीन दिवसीय दौरा काफी अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया ब्रुनेई यात्रा ने भारत और ब्रुनेई के द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ा है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को गहरा करने और आपसी हितों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें व्यापार, निवेश, रक्षा, और ऊर्जा सहयोग प्रमुख थे। दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों का उद्देश्य न केवल व्यापारिक संबंधों को सुदृढ़ करना है, बल्कि उभरते हुए क्षेत्रों में सहयोग के नए अवसरों का सृजन भी करना है।
ऊर्जा सहयोग के क्षेत्र में, भारत और ब्रुनेई ने प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम उत्पादों के आयात-निर्यात को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण समझौते किए। इससे दोनों देशों की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन संसाधनों का भारत में बेहतर उपयोग हो सकेगा।
रक्षा क्षेत्र में, दोनों देशों ने समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी प्रयासों और आपदा प्रबंधन में सहयोग बढ़ाने के लिए रणनीतिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इससे क्षेत्रीय सुरक्षा में स्थिरता लाने और आपसी रक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर भी समझौते किए गए। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से न केवल भारत और ब्रुनेई के पारंपरिक संबंधों को मजबूती मिली है, बल्कि वैश्विक मंच पर दोनों देशों की साझेदारी को भी नया आयाम मिला है।