द पब्लिकेट, पटना। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बुधवार को घोषणा की कि वह एक नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे।
“मैंने तय किया है कि मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा और अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाऊंगा। इसके साथ ही अगर मुझे कोई ऐसा दोस्त मिलता है जो आदिवासी और दलितों के हितों की बात करता है तो मैं उसके साथ आगे बढ़ूंगा। हर कोई जानता है कि जब मैं कुछ नहीं था, तब मैं आदिवासी और दलितों के अधिकारों के लिए आवाज उठाता था, उनके लिए लड़ता था,” श्री चंपई ने अपने गृह जिले सरायकेला-खरसावां में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा।
मंगलवार रात को उन्होंने कहा कि उन्होंने एक बार राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया था, लेकिन अपने समर्थकों का उत्साह देखकर उन्होंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया। बुधवार को श्री चंपई ने जिलिंगगोरा स्थित अपने आवास पर समर्थकों से मुलाकात की और फिर कई स्थानों पर सभाओं को संबोधित किया।
अलग राजनीतिक पार्टी बनाने के उनके ऐलान के साथ ही उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी पीछे छूट गई हैं। श्री चंपई ने कहा कि वे शुभचिंतकों और समर्थकों से चर्चा करेंगे और एक सप्ताह के भीतर सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। सोमवार को झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झामुमो में संकट के लिए श्री हेमंत को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि श्री चंपई के साथ उनके भाजपा में शामिल होने के मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं हुई।