द पब्लिकेट,कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता को बहुत ही क्रूर तरीके से यातना दी गई थी। जांच में पता चला है कि पीड़िता के निजी अंगों पर गहरा घाव था, जो “विकृत यौन व्यवहार” का परिणाम था। चार पृष्ठों की रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता को पहले गला घोंटकर मारा गया और फिर दम घुटने से उसकी मौत हो गई।
घटना 9 अगस्त को सुबह 3 बजे से 5 बजे के बीच हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, महिला के पेट, होंठ, उंगलियों और बाएं पैर पर चोट के निशान पाए गए। पीड़िता का मुंह दबाया गया था और उसे चिल्लाने से रोकने के लिए उसका सिर दीवार या फर्श पर दबाया गया था। उसकी आंखों, मुंह और निजी अंगों से खून बह रहा था।
पुलिस ने इस अपराध के लिए संजय रॉय नामक एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि संजय रॉय हिंसक पोर्न क्लिप देखने का शौकीन था। वह चार बार शादी कर चुका था और महिलाओं के प्रति आकर्षित था। संजय रॉय एक प्रशिक्षित मुक्केबाज है। वह आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पुलिस चौकी पर तैनात था। कथित तौर पर अपराध करने के बाद, संजय रॉय अपने बैरक में वापस चला गया और कई घंटों तक सोता रहा। जब वह उठा, तो उसने अपने अपराध के सबूत मिटाने के लिए अपने कपड़े धो दिए।
हालांकि, पुलिस को उसके जूते पर खून के धब्बे मिले। संजय रॉय को तब गिरफ्तार किया गया जब पुलिस को अपराध स्थल पर उसका ब्लूटूथ हेडसेट मिला। संजय रॉय की मां ने कहा है कि उसका बेटा निर्दोष है और उसे फंसाया जा रहा है।