द पब्लिकैट, आगरा। आगरा में एक विवादास्पद घटना ने फिर से ताज महल को सुर्खियों में ला दिया है। शनिवार को सावन के पहले दिन, दो व्यक्तियों ने इस ऐतिहासिक स्मारक में गंगाजल चढ़ाने की कोशिश की। दोनों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, दोनों व्यक्ति अखिल भारत हिंदू महासभा से जुड़े होने का दावा करते हैं। उन्होंने ताज महल को ‘तेजोमहालय’ यानी शिव मंदिर मानते हुए पवित्र जल चढ़ाया। एक वीडियो में दिख रहा है कि एक व्यक्ति प्लास्टिक की बोतल से पानी ताज महल के बेसमेंट की सीढ़ियों पर डाल रहा है, जहां शाहजहां और मुमताज महल की असली कब्रें हैं।
आरोपियों का कहना है कि उन्होंने ‘ॐ’ लिखे स्टिकर पर जल चढ़ाया। सीआईएसएफ ने दोनों को हिरासत में लिया। वे सामान्य पर्यटकों की तरह टिकट खरीदकर अंदर गए थे। यह पहली बार नहीं है जब ऐसी घटना हुई है। पिछले कुछ सालों में कई बार हिंदूवादी संगठनों ने ताज महल में पूजा-अर्चना करने की कोशिश की है। कुछ लोग इसे ‘तेजोमहालय’ कहते हैं और दावा करते हैं कि यह मूल रूप से एक शिव मंदिर था।
डीसीपी सूरज राय ने बताया कि दोनों आरोपी अभी ताजगंज थाने में हैं और मामले की जांच चल रही है। इससे पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जैसे महाशिवरात्रि पर शिव चालीसा का पाठ या भगवा झंडे लहराना। यह घटना फिर से इस बहस को हवा दे रही है कि क्या ताज महल एक ऐतिहासिक स्मारक है या धार्मिक स्थल। कानूनी लड़ाई भी जारी है, जिसमें कुछ संगठन यहां धार्मिक गतिविधियों की अनुमति मांग रहे हैं।