द पब्लिकैट, इंदौर। इंदौर शहर में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। कलेक्टर आशीष सिंह ने हाल ही में एक चौंकाने वाला आदेश जारी किया है। इस आदेश के मुताबिक, शहर के सभी बेसमेंट में चल रही दुकानें, कोचिंग सेंटर और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान एक महीने के भीतर खाली करने होंगे। यह फैसला दिल्ली और जयपुर में हुई बारिश के दौरान बेसमेंट में पानी भरने से हुई मौतों के मद्देनजर लिया गया है।
इस फैसले से शहर के कई प्रसिद्ध बाजार जैसे नावेल्टी मार्केट, अपोलो टावर, और राजवाड़ा प्रभावित होंगे। इन जगहों पर हजारों दुकानें बेसमेंट में संचालित हो रही हैं। नगर निगम के मुख्य नगर निवेशक अधिकारी नीरज आनंद लिखार के अनुसार, बेसमेंट में दुकानें चलाना नियमों के खिलाफ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि निगम केवल घरों के नीचे गोदाम बनाने की अनुमति देता है, न कि व्यावसायिक गतिविधियों की।इस बीच, नगर निगम ने पिछले दो दिनों में 100 से अधिक संस्थानों को सील कर दिया है, जिनमें कोचिंग सेंटर, अस्पताल और लाइब्रेरी शामिल हैं। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
यह फैसला शहर के व्यापारियों और आम जनता के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। एक तरफ जहां सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम जरूरी लग रहा है, वहीं दूसरी ओर इससे हजारों लोगों की आजीविका प्रभावित हो सकती है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मुद्दे को कैसे संभालता है और क्या कोई मध्यम मार्ग निकाला जा सकता है।