द पब्लिकेट,नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को स्पष्ट किया कि भारत और चीन के बीच मौजूदा मुद्दों को सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारे और चीन के रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं।” जयशंकर ने कहा, “बेशक, दुनिया के अन्य देशों की इस मामले में दिलचस्पी होगी, क्योंकि हम दो बड़े देश हैं और हमारे संबंधों की स्थिति का बाकी दुनिया पर असर पड़ता है। लेकिन हम अपने मुद्दों को सुलझाने के लिए दूसरे देशों की ओर नहीं देख रहे हैं।”
उन्होंने आगे बताया, “2020 में, कोविड के दौरान, चीन ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सैनिक तैनात किए, जो हमारे साथ किए गए समझौतों का उल्लंघन था। इससे तनाव पैदा हुआ और झड़प हुई, जिसमें दोनों तरफ के लोग मारे गए।” जयशंकर ने कहा, “इस मुद्दे का पूरी तरह से समाधान नहीं हुआ है। अभी चीन के साथ रिश्ते न तो अच्छे हैं और न ही सामान्य। एक पड़ोसी के रूप में, हम बेहतर संबंधों की उम्मीद करते हैं, लेकिन यह तभी हो सकता है जब वे एलओसी का सम्मान करें और पिछले समझौतों का पालन करें।”
क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की टोक्यो में बैठक हो रही है। जयशंकर ने बताया कि इस साल क्वाड की मेजबानी भारत कर रहा है और शिखर सम्मेलन की तारीख पर अभी चर्चा चल रही है। इस बीच, चीन ने क्वाड गठबंधन पर “कृत्रिम रूप से तनाव पैदा करने” और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अन्य देशों के विकास को “रोकने” का आरोप लगाया है।