द पब्लिकैट से वेदिका सावल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अगस्त को यूक्रेन की पहली यात्रा कर सकते हैं, जो युद्धग्रस्त देश का राष्ट्रीय दिवस है। इस खबर पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने रविवार को एक बयान में पूछा, “क्या प्रधानमंत्री यूक्रेन जाने से पहले या बाद में मणिपुर जाएंगे?” उन्होंने कहा, “मणिपुर के मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक में शामिल हुए, फिर भाजपा के मुख्यमंत्रियों की बैठक में भी गए। लेकिन सवाल यह है कि क्या एन. बीरेन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से अलग से मुलाकात की और मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की? क्या उन्होंने मोदी जी को मणिपुर आने का निमंत्रण दिया?”
कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री की आलोचना कर रही है कि वे मणिपुर नहीं गए हैं, जहाँ मेइतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष जारी है। मणिपुर में भाजपा की सरकार है।
यदि यूक्रेन यात्रा होती है, तो यह प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। यूक्रेन पर रूस ने फरवरी 2022 में हमला किया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी थी।
मोदी के तीसरे कार्यकाल की पहली द्विपक्षीय यात्रा रूस की थी, जिसे जेलेंस्की ने ‘शांति प्रयासों को झटका’ बताया था।
पश्चिमी देशों ने यूक्रेन युद्ध के बावजूद रूस से तेल खरीदने के लिए भारत की आलोचना की है। साथ ही, संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ प्रस्तावों पर भारत ने कई बार मतदान से दूरी बनाई है।