द पब्लिकेट। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने घोषणा की है कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी 2024 के 1,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए 19 जुलाई को पुनः परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह निर्णय तब आया जब कई उम्मीदवारों ने शिकायत की कि उन्हें परीक्षा के दौरान गलत प्रश्न पत्र दिए गए थे।
गलत प्रश्न पत्र वितरण
7 जुलाई, 2024 को, एनटीए ने सीयूईटी-यूजी 2024 की अनंतिम उत्तर कुंजी जारी की और यह भी बताया कि यदि परीक्षा के संचालन में कोई गलती पाई जाती है, तो पुनः परीक्षा आयोजित की जाएगी। कई केंद्रों पर, विभिन्न भाषाओं के प्रश्न पत्र वितरित किए गए थे, जिन्हें उम्मीदवारों ने चुना ही नहीं था। यह समस्या विशेष रूप से छह राज्यों में उत्पन्न हुई, जिससे 1,000 से अधिक उम्मीदवार प्रभावित हुए।
समय की हानि और पुनः परीक्षा की आवश्यकता
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, गलत प्रश्न पत्र वितरण के कारण उम्मीदवारों को परीक्षा के दौरान समय की हानि हुई, जिससे उनका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, एनटीए ने प्रभावित उम्मीदवारों के लिए 15 से 19 जुलाई के बीच पुनः परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया।
हज़ारीबाग़ के ओएसिस पब्लिक स्कूल के छात्र भी प्रभावित
हज़ारीबाग़ के ओएसिस पब्लिक स्कूल से लगभग 250 उम्मीदवार भी इन प्रभावित छात्रों में शामिल हैं, जिन्हें अब पुनः परीक्षा में शामिल होना पड़ेगा।
परिणाम की तारीख पर अनिश्चितता
हालांकि पुनः परीक्षा की तारीखें घोषित कर दी गई हैं, लेकिन एनटीए ने परिणाम की नई तारीख के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। परिणाम में इस देरी ने छात्रों और उनके परिवारों में असमंजस और तनाव को बढ़ा दिया है। वे बेसब्री से परिणाम का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे अपने आगे की शिक्षा योजना बना सकें।
छात्रों की चिंताएं
कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है और एनटीए से जल्द से जल्द परिणाम जारी करने की मांग की है। कई छात्र और उनके अभिभावक यह भी चाहते हैं कि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए परीक्षा प्रक्रिया में सुधार किया जाए।
मानसिक और शैक्षिक प्रभाव
पुनः परीक्षा और परिणाम की अनिश्चितता ने छात्रों की पढ़ाई और मानसिक स्थिति पर गहरा प्रभाव डाला है। वे अब अगले कदम की योजना बनाने के लिए परिणाम का इंतजार कर रहे हैं, जिससे उनकी शिक्षा और करियर पर असर पड़ सकता है। एनटीए से उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द से जल्द परिणाम घोषित करेगा और छात्रों की चिंताओं को दूर करेगा।