द पब्लिकेट, इंदौर। शहर के युगबोध आश्रम में बीमार बच्चों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। इन बच्चों में उल्टी और दस्त के लक्षण मिले थे, बच्चों में डिहाइड्रेशन और फूड प्वाइजनिंग की समस्या भी दिखी। अनाथ आश्रम में खिलाए जाने वाले भोजन और पानी के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि अभी जांच होना बाकी है की इतनी तादाद में बच्चों की बिगड़ती तबियत का जिम्मेदार कौन है?
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में एक डॉक्टर ने बच्चों की तबियत बिगड़ने का कारण एनीमिया बताया है। दो बच्चों की मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया है, वहीं दूसरी ओर 3 बच्चों के मामले में भी संभावित रूप से बताया जा रहा है कि फूड प्वाइजनिंग एक कारण हो सकता है।
इन बच्चों की हुई है मौत
•आकाश (उम्र-7)
•करण (उम्र 11)
•शुभ (उम्र 8)
•छोटा गोविंद (उम्र 5)
•रानी कुमारी हिमानी (उम्र 13 साल )
जिसमें से 8 वर्ष के शुभ की मौत सबसे पहले, रविवार को सुबह 8 बजे हुई। इसी बीच मुख्यमंत्री के आदेश पर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और तुलसी सिलावट दोनों रात को चाचा नेहरू अस्पताल पहुंचे । विजयवर्गी ने बच्चों का हाल-चाल जाना, डॉक्टर से बातचीत की कि आखिरकार उनका ट्रीटमेंट कैसा चल रहा है और किस दिक्कत के चलते उन्हें यहां पर भर्ती किया गया है।
मामले की जांच के लिए नई कमिटी का गठन
मध्य प्रदेश सरकार ने इस मामले में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन भी कर दिया है और कमेटी ने आज सुबह आश्रम में जाकर अपनी जांच भी शुरू कर दी है जिससे इन मामलों के पीछे की असली समस्या पता चल पाएं।