द पब्लिकेट,इंदौर। स्वच्छता में नंबर 1, जल्द ही मेट्रो शहर बनने वाला इंदौर अब विकास की एक और राह पर काम करने वाला है। देवी अहिल्या बाई होलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर नया टर्मिनल निर्माण और रनवे को 694 मीटर से ज्यादा लंबा करने पर विचार किया जा रहा है। नए टर्मिनल का निर्माण पुराने टर्मिनल के पास ही किया जाएगा।
क्यों किया जा रहा है रनवे का विस्तार?
इस रनवे को मुंबई के रनवे की लंबाई का विस्तार दिया जाएगा।इससे ये बड़ा फायदा होगा कि विदेशी कंपनियों के बड़े बोइंग विमान भी उतार सकेंगे। जिस प्रकार इंदौर में जनसंख्या बढ़ रही है उस हिसाब से एयरपोर्ट प्रबंधन का मानना है कि यह टर्मिनल अगले कुछ सालों में छोटा पड़ने लगेगा। वर्तमान टर्मिनल की क्षमता 700 यात्री प्रतिघंटे है।जिससे अभी रोज 450 से ज्यादा यात्री प्रति घंटे सफर करते है।
- अभी फिलहाल इंदौर एयरपोर्ट लगभग 18 हजार वर्गमीटर का दो मंजिला है।जहां से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों का ही डिपार्चर होता है।
- सामान्य कॉमर्शियल उड़ानें कम क्षमता वाले विमानों को 2400 मीटर (7,900 फीट) लंबे रनवे की जरूरत होती है।
- अंतर्राष्ट्रीय वाइड बॉडी उड़ानें, की लैंडिंग के लिए 3,200 मीटर (10,500 फीट) या उससे अधिक और टेकऑफ के लिए 4,000 मीटर (13,000 फीट) लंबे रनवे की जरूरत होती है।
इंदौर सांसद और एयरपोर्ट सलाहकार समिति के अध्यक्ष शंकर लालवानी ने बताया कि इंदौर एयरपोर्ट को अगले 25 साल के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। इस रनवे के विस्तार के लिए जमीन की जरूरत है जिसके लिए राज्य सरकार से बात कर जल्द से काम शुरू करवाया जायेगा। एटीसी भवन और गया स्टेशन हटने के बाद इसे तीन से चार महीने लग सकते हैं। नए टर्मिनल एयरपोर्ट पर भी दो मंजिला ही बनेगा। जिसके बाद एयरपोर्ट की क्षमता 1400 यात्री प्रतिघंटे की हो जाएगी।