- ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल के खुलासे पर जोर
द पब्लिकेट से मनस्वी राठौर। नीट पेपर लीक मामले की जांच में नए अपडेट के अनुसार, पुलिस टीम अब झारखंड के हजारीबाग जिले के ओएसिस स्कूल पहुंची है। ईओडब्ल्यू टीम ने हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में मामले की जांच के लिए पहुंचा है, जहां कई खुलासे हुए हैं। वहां तमाम सरप्राइज पैकेट के निचले हिस्से में प्रश्न पत्र में खोदी कराई गई है।
EOU टीम ने अपनी जांच में पाया कि प्रश्न पत्र पैकेट के निचले हिस्से में बहुत ही सावधानी से तंगा बदलाव किया गया था और फिर से चिपकाया गया था। इस मामले में, स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक ने कहा कि उन्हें उस समय इस बारे में पता नहीं था। परीक्षा से 15 मिनट पहले ही पैकेट खोला गया था और इसे सिर्फ़ एक विशेषज्ञ ही कर सकता है, जो इसे लिफाफे के 7 परतों में जा सकता है।
परीक्षा पेपर केंद्र तक पहुंचने की प्रक्रिया:
1. प्रश्न पत्र की तैयारी: पेपर बोर्ड या आयोग विशेषज्ञों से सवालों का सेट तैयार करवाता है और उन्हें बंद लिफाफे में सील कर बैंक या आयोग को भेज देता है।
2. छपाई: सवालों के सेट को छपाई के बाद सुरक्षित रखा जाता है। अब इसे डिजिटल लॉकर में भी रखा जाता है और फिर बैंक के लॉकर में संरक्षित किया जाता है।
3. पेपर की पहुंच: प्रश्न पत्र बैंक से परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया जाता है।
4. परीक्षा प्रारंभ: पेपर को परीक्षा केंद्र पर पहुंचाने से पहले उसे सुरक्षा व्यवस्था के बीच सील बंद लिफाफे से खोला जाता है। इसे खोलने के लिए यदि पासवर्ड की आवश्यकता होती है तो उसे डिजिटल तरीके से खोला जाता है।
स्कूल प्रिंसिपल की बयानी और CBI की जांच
स्कूल के प्रिंसिपल एहसान, जो EOU टीम के साथ बैंक और कूरियर कंपनी गए थे, ने भी कहा कि EOU द्वारा प्रश्न पत्र को बैंक तक कूरियर कंपनी के माध्यम से पहुँचाने और इसके परिवहन के तरीके में भी मुख्य दोष हैं। EOU ने SBI बैंक में जांच के दौरान भी कई दोष पाए हैं।
ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल ने एक और बात बताई है। उन्होंने कहा कि परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र निकालने के लिए बॉक्स का डिजिटल लॉक उस दिन काम नहीं कर रहा था। बॉक्स में दो लॉक होते हैं। यह बॉक्स 1.15 मिनट पर एक बीप साउंड सुनते ही खुल जाना चाहिए, लेकिन उस दिन ऐसी कोई आवाज नहीं आई। देखने वाले ने NTA को बताया। NTA ने कहा कि इसमें तकनीकी समस्या हो सकती है जिसके कारण बीप साउंड नहीं आया हो। उसके बाद उन्हें कटर से इसे काटने के लिए कहा गया। फिर उसमें लगा डिजिटल लॉक को कटर से काट दिया गया।
शिकायत पर शिक्षा मंत्रालय द्वारा, CBI ने NEET परीक्षा पेपर लीक मामले में IPC धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 406 (विश्वासघात) और 120B (कुटिल साजिश) के तहत FIR दर्ज की है। CBI ने यह नया मामला दर्ज किया है। CBI बिहार पुलिस से अपने मामले की जांच रिपोर्ट भी मांगेगी। इससे उन्हें अब तक की अपनी जांच के आधार पर पूरे मामले का संदर्भ समझने में मदद मिलेगी। CBI की एक टीम पटना पहुंच चुकी है और एक टीम गुजरात के गोदरा में पहुंची है और जल्द ही मामले के जांच अधिकारी से मिलेगी और मामले के विवरण लेगी।